रोहतास:स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर (Bharat Ratna Lata Mangeshkar) और सिनेमा जगत के जाने-माने संगीतकार बप्पी लाहिड़ी (Singer-composer Bappi Lahiri) आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन वो अपनी गीतों के माध्यम से हमेशा जीवंत हैं. रविवार को बिहार के रोहतास में सोन कला केंद्र संस्था के बैनर तले श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह आयोजन सनबीम पब्लिक स्कूल के प्रांगण में किया गया. संस्था के पदाधिकारियों और सदस्यों ने दो महान विभूतियों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. वहीं, कार्यक्रम की शुरुआत 'कभी अलविदा ना कहना' गाने से हुई.
यह भी पढ़ें -भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि, बिहार में इस आर्टिस्ट ने बालू पर उकेरी दीदी की तस्वीर
दअरसल, डेहरी में संगीत के छेत्र में विश्व की दो महान विभूतियों की याद में श्रधांजलि सभा आयोजित कर कलाकारों ने उनके द्वारा गाए गीतों को गाकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम के दौरान पार्श्व गायिका प्रीति सिन्हा ने 'मेरी आवाज ही पहचान है गर याद रहे' गाकर शमा बांधा. वहीं पार्श्व गायक राजू सिन्हा और प्रीति सिन्हा की जोड़ी ने लता मंगेशकर, किशोर और रफी साहब के गानों से सबको बांधे रखा.
इनके अलावे जय प्रकाश मौर्य का गाना याद आ रहा है तेरा प्यार को लोगों ने खूब सराहा. वीरेंद्र कुमार एवं पिंटू दिलवाले ने 'दिल में हो तुम यादों में तुम' गाकर लोगों का दिल जीत लिया. साथ ही छोटा बच्चा व्योम मौर्य के गाने 'मेरे सपनों की रानी' पर लोगों ने खूब तालियां बजाई. संस्था के संरक्षक डॉ. एसबी प्रसाद ने कहा कि हम सभी बचपन से लता दीदी द्वारा गाए गए गानों को सुन कर बड़े हुए है. लेकिन ऐसा नहीं लगता कि दोनों विभूति हमारे बीच नहीं है. केवल भारत में ही नहीं विश्व में उन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता.