सासाराम: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मासूम बच्ची की हत्या के विरोध में जिले के युवाओं ने कैंडिल मार्च निकाला. सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने 'यूपी की गुड़िया' को श्रद्धांजलि दी. साथ ही उन्होंने अरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की.
UP की 'गुड़िया' के लिए सासाराम में आक्रोश, बोले युवा- 'सजा दो ऐसी, कि हैवान हो जाएं खामोश' - अलीगढ़ की गुडिया
यूपी के अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम बच्ची की निर्मम हत्या के बाद पूरे देश में गम और आक्रोश का माहौल है. हर तबके के लोग हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं. बिहार में भी इस घटना को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है.
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मासूम बच्ची की निर्मम हत्या के विरोध में सासाराम में युवाओं ने कैंडिल मार्च निकाला. उन्होंने मासूम को श्रद्धांजलि देते हुए सरकार से न्याय की मांग की. युवाओं का कहना है कि आरोपियों को ऐसी सजा दी जाए, ताकि कोई इस तरह की वारदात को अंजाम देने के लिए सौ बार सोंचे. इस दौरान सभी की जुबान पर मासूम के परिवार के प्रति संवेदना सुनाई दी.
क्या है पूरा मामला...
- तीन दिनों से गायब मासूम का शव 2 जून को कूड़े के ढेर में मिला.
- पुलिस से शिकायत के बावजूद नहीं हुई थी कोई कार्रवाई
- हत्यारों ने मासूम की निर्मम हत्या की.
- आपसी रंजिश में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया.
- जिस समय मासूम का शव मिला, उसे कुत्ते नोच रहे थे.
- मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार किये गए हैं.
- 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है.
- एक इंस्पेक्टर, तीन दरोगा और एक सिपाही को किया गया सस्पेंड
- कर्ज ना चुकाने पर वारदात को दिया गया अंजाम
- हत्यारों ने मासूम की निर्ममता से जान ली.
- दिल को झकझोर देने वाली है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
- महज 10 हजार के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया.
- यह रकम बच्ची के पिता ने उधार में ली थी और वह उसे वापस नहीं कर पाए थे.
- इस बात को लेकर आरोपी और बच्ची के पिता के बीच कहासुनी हुई और बात यहां तक आ पहुंची.