रोहतास : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यहां कहा कि रास्ते के विकास से ही जनता का विकास होता है. उन्होंने दावा करते हुए लोगों को भरोसा दिया कि जो मैं बोलूंगा वह करके दूंगा. उन्होंने बिहार में सडक के अलावे जलमार्ग के विकास पर भी जोर दिया. गडकरी सोमवार को बिहार के रोहतास जिले के नौहट्टा के पंडुका में सोन नदी पर बनने वाले पुल का शिलान्यास (Nitin Gadkari Laid Foundation Stone Panduka Bridge) किया.
ये भी पढ़ें - बिहार-झारखंड के बीच की दूरी होगी कम, नितिन गडकरी ने पण्डुका में बनने वाले पुल का किया शिलान्यास
अब 2 KM चलकर बिहार से पहुंच जाएंगे झारखंड :पंडुका पुल के बनने से छतीसगढ़, उत्तर प्रदेश और झारखंड के लोगों का जाना आसान हो जाएगा. पंडुका पुल निर्माण होने के बाद नौहट्टा से झांरखंड सिर्फ 2 से 3 किलोमीटर की दूरी तय करना होगा. आप तीन किमी की दूरी तय कर गढ़वा जिले का श्रीनगर पहुंच जाएंगे. जबकि गढ़वा मुख्यालय की दूरी 40 किलोमीटर होगी. फिलहाल झारखंड के गढ़वा जाने के लिए डेहरी से औरंगाबाद हरिहरगंज के रास्ते या फिर इंद्रपुरी बाराज के रास्ते 150 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है. इस पुल के बनने से इस सफर में चार घंटे की बचत होगी. डेहरी पुल पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा और औरंगाबाद, सासाराम शहरों को जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलने में आसानी होगी.
210 करोड़ की लागत, 1.5 KM लंबाई : बिहार के रोहतास में सोन नदी पर पण्डुका के पास 210 करोड़ रुपए की लागत से 1.5 किमी लंबाई के 2-लेन उच्चस्तरीय आर.सी.सी. पुल के निर्माण हो जाने से एनएच -19 और एनएच-39 सीधे जुड़ जाएंगे, जिससे बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा.
गडकरी- 'जल्द ही बिहार की सड़कें अमेरिका से बेहतर होंगी' : करीब 210 करोड़ लागत से सोन नदी पर बनने वाले इस पुल के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने बिहार की कई योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि हम 15 पुलों का निर्माण बिहार में कर रहे हैं. 9,000 करोड़ की लागत से 60 बाईपास का निर्माण हो रहा है. जल्द ही बिहार की सड़कें अमेरिका से बेहतर (Bihar road will be built like america) होंगी.
गडकरी का तेजस्वी को भरोसा :गडकरी ने कार्यक्रम में उपस्थित बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भरोसा देते हुए कहा कि आप योजनाएं लेकर आएं, सभी को पूरी की जायेंगी. उन्होंने इथेनॉल को ईधन के रूप में बढ़ावा देने के लिए भी गडकरी ने तेजस्वी यादव से आगे आने की अपील की. उन्होंने कहा कि बिहार में इथेनॉल के क्षेत्र में काफी काम हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर सभी योजनाएं सरजमी पर उतर जाएं तो किसान अन्नदाता ही नहीं ऊर्जादाता हो जाएंगे. उन्होंने खुद को किसान बताते हुए कहा कि मेरा जीवन किसानों को समर्पित है. गडकरी ने इस मौके पर हालांकि झारखंड और बिहार की योजनाओं में जल्द फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं होने पर चिंता जाहिर की.
गडकरी ने छेडी पासवान की तारीफ की : केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि पुल के निर्माण में छेदी पासवान को विशेष रूप से धन्यवाद दूंगा. एक दिन छेदी पासवान जी आकर मेरे यहां बैठ गए और मंजूरी देने के बाद ही गए. इनके साथ-साथ बी डी राम जी को भी धन्यवाद देता हूं. इन दोनों ने इसके लिए काफी प्रयास किया दोनों को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं. इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नीतीन गडकरी, तेजस्वी यादव, छेदी पासवान व अन्य नेताओं ने शिलान्यास कार्यक्रम का शुभारंभ दीप जलाकर किया.
तेजस्वी ने की गडकरी की तारीफ :इस मौके पर राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने नितिन गडकरी की तारीफ करते हुए कहा कि काम करने वाले का गुणगान हर जगह होता है, चाहे उसकी विचारधारा कुछ भी हो. तेजस्वी ने गडकरी की तारीफ करते हुए कहा कि इनसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है. उन्होंने बिहार की योजनाओं के लिए नितिन गडकरी की दरियादिली की तारीफ करते हुए कहा कि वे पार्टी नहीं, बल्कि विकास के लिए काम करते हैं. इस दौरान तेजस्वी ने बिहार को पिछड़ा राज्य बताते हुए विशेष सहायता की भी मांग की.
नितिन गडकरी ने कहा कि बिहार में आने वाले कुछ सालों में कई एक्सप्रेस वे बनेगी. साथ ही कनेक्टिविटी को बढ़ाया जाएगा. कोलकाता-वाराणसी सड़क मार्ग के अलावे पटना-सासाराम ग्रीन-फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण होने जा रहा है, जिससे पटना से सासाराम की दूरी महज 118 किलोमीटर रह जाएगी. यह सड़क पूरी तरह से नहीं होगी और नई जमीन खरीद कर बनाई जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि अगर वन विभाग की स्वीकृति मिल जाए, तो रोहतास से झारखंड के गढ़वा जाने वाली इस पुल को जोड़ते हुए बनाने वाले सड़क को वे फोरलेन कर सकते हैं.