रोहतास: कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण इन दिनों जिला मुख्यालय सासाराम के सदर अस्पताल में सामान्य रोग के इलाज कराने वाले मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. दरअसल, जिले के बंजारी कल्याणपुर निवासी एक ठेला चालक की नवजात शिशु बीमार हो गई. जब वह उसके इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचा तो, वहां पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे डांट-फटाकर कर अस्पताल से भगा दिया.
कोरोना का खौफ: बीमार नवजात को गोद में लिए 2 दिन तक भटकता रहा पिता - bihar news
ठेला चालक विद्या सागर पोद्दार ने बताया कि उसकी नवाजात बच्ची की तबीयत बहुत ज्यादा खराब थी. वह उसके इलाज के लिए शहर में बीते दो दिनों से भटक रहे थे. सदर अस्पताल पहुंचने के बाद अस्पताल कर्मियों ने उसे डांट-फटकार कर भगा दिया. जिसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाया.
ईटीवी भारत की पहल पर अस्पताल में किया गया भर्ती
बंजारी के कल्याणपुर निवासी ठेला चालक विद्या सागर पोद्दार ने बताया कि उसकी नवजात बच्ची की तबीयत बहुत ज्यादा खराब थी. वह उसके इलाज के लिए शहर में बीते दो दिनों से भटक रहे थे. विद्या सागर ने सदर अस्पताल के कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह अपनी बच्ची के इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे, तो अस्पताल में मौजूद कर्मियों ने उसे कोरोना की बात कहकर अस्पताल से डांट फटकार कर भगा दिया. हालांकि, बाद में बच्ची को ईटीवी भारत संवाददाता की पहल पर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
सिविल सर्जन ने शिशु को गहन चिकित्सा वार्ड में कराया भर्ती
बच्ची के पिता विद्यासागर पोद्दार का कहना था कि वह बीते 3 अगस्त से ही अपनी बच्ची के इलाज के लिए शहर में भटक रहे थे. जब सदर अस्पताल में इलाज नहीं हुआ तो वह निजी क्लिनिक में गए. लेकिन वहां पर काफी पैसे की मांग की गई. जिसके बाद वे फिर से सरकारी अस्पताल की ओर भागे. बच्ची के पिता ने ईटीवी भारत की टीम को धन्यवाद भी बोला. फिलहाल बीमार शिशु को ईटीवी भारत की पहल पर एसएनसीयू यानी नवजात शिशु गहन चिकित्सा वार्ड में भर्ती किया गया है.