रोहतास : जिले की एक पूजा कमिटी सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल पेश कर रही है. इस पूजा पंडाल का निर्माण हिंदू मुस्लिम मिलकर करते हैं. जिले के डेहरी में स्टेशन रोड के युवा किंग कला मंच नामक पूजा कमिटी के सेक्रेटरी वारिस अली हैं. जो पिछले 25 सालों से दुर्गा पूजा का आयोजन करते आ रहे हैं.
एकता की मिसाल : यहां पर वर्षों से हिंदू-मुस्लिम मिलकर करते हैं दुर्गा पूजा का आयोजन
पूरे पंडाल का निर्माण भी बंगाल से आये मुस्लिम कारीगर ही करते हैं. यह पूजा कमिटी किसी से कोई चंदा भी नहीं लेती है. कमिटी में 551 सदस्य हैं और यही सदस्य पूरे पूजा की व्यवस्था करते हैं.
पूजा कमेटी नहीं लेती चंदा
पूरे पंडाल का निर्माण भी बंगाल से आये मुस्लिम कारीगर ही करते हैं. यह पूजा कमिटी किसी से कोई चंदा भी नहीं लेती है. कमिटी में 551 सदस्य हैं और यही सदस्य पूरे पूजा की व्यवस्था करते हैं. इस कमिटी की शुरूआत 1995 में की गई थी, जो आज तक जारी है. कमिटी के लोग कहते हैं कि उनका पूजा पंडाल हिंदू-मुस्लिम एकता और गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल है. पूजा की कमान भी हिंदू मुस्लिम मिलकर संभालते हैं.
क्या कहते हैं कमिटी के सदस्य
पूजा कमिटी के सदस्य का कहना है कि इस तरह के आयोजन का मकसद सिर्फ जिले ही नहीं, बिहार से बाहर के लोगों को भी आपसी भाईचारा का संदेश देना है. पर्व-त्योहार के दौरान प्रशासन के लिये विधि व्यवस्था एक बड़ी चुनौती रहती है. इसके लिए सुरक्षा के मद्देनजर काफी तैयारी की जाती है, लेकिन डेहरी में पूजा पंडाल को लेकर प्रशासनिक महकमा निश्चिंत रहता है क्योंकि यह पूजा पंडाल आपसी भाईचारा की मिसाल पेश करता है.