मृतक के दोस्त और पुलिस अधिकारी का बयान पूर्णिया:बिहार के पूर्णिया में एक छात्र ने आत्महत्या कर ली (Youth commits suicide in Purnea). छात्र के कमरे में उसकी लाश बरामद हुई. आसपास रहने वाले छात्रों ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजकर मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है. पूरा मामला जिले के मरंगा थाना क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि युवक ने अपने आखिरी मैसेज में लिखा 'अब मैं चलता हूं' और उसके बाद आत्महत्या कर ली.
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छात्र ने की आत्महत्या: मृतक का की पहचान मधेपुरा के रहने वाले नीतीश कुमार के रूप में हुई है. बताया जाता है कि मृतक की किसी बात को लेकर अपने घर वालों से अनबन हुई थी. इसी के बाद से वह मधेपुरा से पूर्णिया आ गया था और यहां एक किराए के कमरे में रह रहा था. मृतक वैसे तो एक स्टूडेंट्स था, लेकिन पुलिसिया जांच में इसके आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आए हैं. नीतीश मर्डर और आर्म्स एक्ट का अभियुक्त भी था. पुलिस को लंबे समय से नीतीश की तलाश थी.
''सोमवार की सुबह नीतीश का एक दोस्त उससे मिलने आया था. उसने कई बार दरवाजा खटखटाया मगर किसी की आवाज नहीं आई और न ही गेट खोला गया. जिसके बाद दोस्त गेट तोड़कर अंदर गया तो नीतीश की शव मिला. वह अक्सर इससे मिलने आया करता था. हालांकि इसके बाद नीतीश का दोस्त कहां गया, पता नहीं चला.''- निखिल कुमार, मृतक के बगल के कमरे रहने वाला छात्र
मधेपुरा का रहने वाला था छात्र: निखिल ने बताया कि नीतीश कुमार मधेपुरा के भेलाड़ थाना के भेलाढ जीवछपुर का रहने वाला था. किसी बात को लेकर घर वालों से उसकी अनबन हुई थी. इसी के बाद से वह मधेपुरा से आकर पूर्णिया के लाइन बस्ती स्थित ततमा टोली के वार्ड 24 में गृह स्वामी विनोद दास के घर में किराए का कमरा लेकर रह रहा था. वहीं मृतक नीतीश के कमरे से पुलिस ने मोबाइल बरामद किया है.
''युवक नीतीश के मोबाइल से कई चीजें खुलकर सामने आई हैं. छात्र नीतीश की सुसाइड से पहले अपनी गर्लफ्रेंड से चैट पर लंबी बातचीत हो रही थी. उसने अपने आखिरी मैसेज में लिखा कि, अब मैं चलता हूं. इसके बाद मोबाइल में मैसेज और कॉल की कोई हिस्ट्री नहीं है. शायद इसी के बाद युवक ने आत्महत्या कर ली.''- मरंगा थानाप्रभारी
हत्या और आर्म्स एक्ट का दर्ज था मामला: मृतक के कमरे से बरामद मोबाइल से नीतीश का क्रिमिनल रिकॉर्ड भी सामने आया है. युवक के मोबाइल में मर्डर केस और आर्म्स एक्ट के केस से जुड़े डिजिटल कागजात मिले हैं. मर्डर केस में नीतीश जेल भी जा चुका था और बीते 16 मार्च को आर्म्स एक्ट के अभियुक्तों में नीतीश का भी नाम शामिल था. मधेपुरा के भेलाड थाना में दोनों मामले दर्ज हैं. इसी के बाद से वह मधेपुरा से पूर्णिया में आकर रह रहा था. भेलाड़ थाने की पुलिस को नीतीश की काफी समय से तलाश थी. मौके पर मरंगा थाना की पुलिस के अलावा एफएसएल की टीम पहुंची है. मरंगा थानाध्यक्ष पंकज आनंद और एफएसएल की टीम हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है.