पूर्णिया: कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए अब देशवासियों को विदेशों पर निर्भर नहीं रहना होगा. दिल्ली की मेडीकेयर कंपनी में मुख्य वैज्ञानिक के तौर पर कार्यरत जिले के लाल डॉक्टर अभिनव श्रेष्ठ झा ने एक ऐसा कोरोना जांच किट बनाया है जो स्वदेशी होने के साथ ही विदेशों से आने वाले कोरोना टेस्ट किट से कहीं ज्यादा सस्ता और सटीक रिपोर्ट देगा. अभिनव के इस किट को आईसीएमआर ने अपनी मंजूरी दे दी है.
पूर्णिया के अभिनव के इस कामयाबी पर उनके परिवार वाले और मेडिकल जगत फूला नहीं समा रहा. सितंबर के पहले सप्ताह से इसे भारतीय बाजार में उतारने की तैयारी की जा रही है. युवा वैज्ञानिक डॉ. अभिनव श्रेष्ठ झा शहर के जाने-माने चिकित्सक डॉ. अमरनाथ झा के बेटे हैं. उनकी शुरुआती स्कूलिंग यहीं हुई. बाद में मेडिकल रिसर्च फील्ड में गहरे लगाव के कारण उन्हें मेडिकल की पढ़ाई के लिए बिहार से बाहर जाना पड़ा.
मिली स्वदेशी कोरोना किट बनाने में सफलता
दरअसल, समूचा देश इस वक्त कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा है. इसे देखते हुए कोरोना वौक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. भारत को कोरोना जांच के लिए दूसरे देशों की किट पर निर्भर रहना पड़ रहा था. ऐसे में जिले के लाल युवा चिकित्सक अभिनव श्रेष्ठ झा ने स्वदेशी कोरोना किट बनायी है, जिसे सरकार द्वारा भी मान्यता मिल गई है.
टीम के साथ डॉक्टर अभिनव श्रेष्ठ अभिनव ने तोड़ा विदेशों से किट सप्लाई का चेन
ईटीवी भारत से बात करते हुए अभिनव ने बताया कि इसकी कीमत 100- 300 रुपये के बीच होगी. अब तक कोरोना जांच में उपयोग की जाने वाली कोरिया, चीन और दूसरे देशों की एंटीजन किट से यह न सिर्फ सस्ती होगी बल्कि उससे अधिक सटीक उत्तर देगी. उन्होंने कहा कि आईसीएमआर ने पाया है कि 98 फीसदी तक किट सही रिजल्ट देता है. उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में प्रयुक्त सभी सामान देसी है. भारत सरकार ने इस प्रोजेक्ट से जुड़े कर्मियों के लिए पुरस्कार देने की भी घोषणा की है.
महीनों से प्रयोग पर कर रहे थे काम
जाने-माने चिकित्सक और डॉ. अभिनव श्रेष्ठ झा के पिता डॉ. अमरनाथ झा ने बताया कि यह सिर्फ पूर्णिया के लिए गौरव की बात नहीं है बल्कि इस वैश्विक महामारी में भारत के लिए एक अनोखी खोज है. जिसकी तलाश पिछले कई महीनों से चल रही थी. वहीं अभिनव की मां रूबी झा ने बताया कि उन्हें अपने पुत्र पर गर्व है. इस कोरोना किट के आने से लोगों को काफी फायदा होगा. बहरहाल पूर्णिया के लाल अभिनव श्रेष्ठ के इस कामयाबी पर महज अभिनव के परिवार वाले ही नहीं बल्कि समूचा मेडिकल जगत और जिले वासियों में हर्ष का माहौल है.