पूर्णिया: सरकार द्वारा एनएच 107 बायपास रुट के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया से परेशान लोगों ने नाराजगी जताते हुए सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों के अनुसार सरकार ने वर्ष 1903 में बाईपास के लिए सर्वे रोड बनाया है. इसे छोड़ कर सरकार गरीबों का घर उजाड़कर जमीन का अधिग्रहण कर रही है.
पूर्णिया: बाईपास रूट के लिए भूमि अधिग्रहण का स्थानीय लोगों ने किया विरोध - bypass route
एनएच 107 बायपास रुट के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के खिलाफ स्थानीय लोगों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि सरकार गरीबों का घर उजाड़कर जमीन का अधिग्रहण कर रही है.
स्थानीय लोगों की माने तो पुराने सर्वे रोड को छोड़कर किनारे से सड़क निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण से हजारों लोग प्रभावित होंगे. हजारों लोगों का घर उजड़ जाएगा. साथ ही सैकड़ों लोगों का काम धंधा चौपट हो जाएगा. इसी को लेकर राजस्थानी लोगों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर सर्वे रोड को छोड़ गरीबों की जमीन पर बायपास रोड बनाया जाएगा तो आने वाले दिनों में हम लोग धरना प्रदर्शन करेंगे.
5,000 लोग प्रभावित होंगे अधिग्रहण से
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि अगर इसके बावजूद भी सरकार हमारी बातों पर ध्यान नहीं देती है तो हम लोग न्यायालय तक जाएंगे. स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्ष 1903 में बाईपास के लिए सर्वे रोड बनाया गया. इसका नक्शा भी हमारे पास है. जो एनएच 107 पेट्रोल पंप के बगल से बक्सा घाट होते हुए मरंगा तक जाती है. वर्ष 1986 में तत्कालीन डीएम रामसेवक शर्मा ने भी इसी बाईपास के लिए सड़क का प्रस्ताव पास दिया था. लेकिन नए सिरे से जो बाईपास रोड स्वीकृत कर लोगों को नोटिस भेजा गया है वह सब नक्शे से अलग नहर किनारे है. इस अधिग्रहण से करीब 5,000 लोग प्रभावित होंगे.