जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पूर्णिया:बिहार के पूर्णिया में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव(JAP Supremo Pappu Yadav) ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सूबे को विशेष राज्य का दर्जा तभी प्राप्त होगा जब सीमांचल को विशेष स्टेटस का दर्जा मिलेगा. जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने पूर्णिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सीमांचल और मिथिलांचल के साथ-साथ कोसी क्षेत्र के बिना विकास के बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता.
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पप्पू यादव ने विशेष राज्य के दर्जे का मुद्दा उठाया :पप्पू यादव ने बिहार सरकार पर विशेष राज्य की मांग को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा किसत्ता में रहने वाली पार्टी के नेता अगर इन इलाकों में विकास करेंगे तो विशेष राज्य का दर्जा मिल सकता है लेकिन ये विशेष राज्य के दर्जा के नाम पर सिर्फ और सिर्फ राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में लोग विशेष राज्य का दर्जा को लेकर चुनाव के समय राजनीति करते दिखते हैं या फिर रैली के समय बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए कहते हैं.
"विशेष राज्य के दर्जा के नाम पर राजनीति" : जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने कहा कि आर्थिक स्थिति में मानचित्र में सबसे नीचे बिहार है. बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है. सीमांचल और मिथिलांचल इलाके में सम्मान एवं विकास दिखे तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा आसानी से मिल सकता है और यही दोनों क्षेत्र बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिला सकते हैं. बिहार से पलायन करने वाले लोगों में सबसे अधिक सीमांचल के लोग हैं.
"राजनीति छोड़ विकास पर देना होगा ध्यान" :जाप प्रमुख पप्पू यादव ने बिहार के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि यहां के नेताओं को राजनीति छोड़ विकास पर ध्यान देना होगा. जब बड़े-बड़े नेता बिहार आते हैं तो पक्ष-विपक्ष सिर्फ एक-दूसरे पर गाली-गलौच की ही बात करते हैं. कोई भी सीमांचल में सबसे अधिक होने वाले मक्का, मखाना पर बात नहीं करते दिखते.
"बिहार को विशेष राज्य की दर्जे की जरूरत" : जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि- "बिहार को विशेष राज्य की दर्जे के जरूरत है, सूबे के 14 करोड़ से ज्यादा लोगों को विशेष राज्य के दर्जे की आवश्यकता है. चुनाव के समय में हम सिर्फ विशेष राज्य की दर्जे की मांग नहीं करते. राजनीतिक फायदे के लिए बिहार को विशेश राज्य की दर्जे की मांग नहीं करते. हम हमेशा से बिहार को विशेष स्टेट की मांग करते हैं. बैगर सीमाचंल, कोसी और मिथिलांचव को विशेष स्टेटस दिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता."