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बेटी की शादी के लिए बचाकर रखे थे पैसे, साइबर अपराधियों ने एक झटके में किए गायब

साइबर अपराधी ने सहारा पंचायत निवासी एक महिला के खाते से लगभग 34 हजार रुपये उड़ा दिए है. इसे लेकर महिला ने साइबर ठगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

साइबर क्राइम
साइबर क्राइम

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Published : Dec 16, 2021, 9:56 AM IST

पूर्णिया:जिस तरह से हमारा समाज आधुनिकता की ओर जा रहा है, उसी तरह अपराध (Crime In Bihar) का भी दायरा बढ़ता जा रहा है. आधुनिकता बढ़ी है, तो जुर्म की रफ्तार भी तेज हुई है. लूट, डकैती, चोरी, हत्या और दुष्कर्म की वारदात कम नहीं हुई, बल्कि साइबर अपराधों में भी इजाफा हो गया. ताजा मामला बिहार के पूर्णिया जिले का है. जहां साइबर अपराधियों (Cyber Fraud In Bihar) ने एक महिला के खाते से 34 हजार रुपये झटक लिए.

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मामला केके नगर थाना क्षेत्र के सहारा पंचायत का है. जहां एक गांव की रहने वाली एक महिला के खाते से साइबर ठगों ने लगभग 34 हजार रुपये की ठगी कर लिया है. पीड़ित महिला रुपये काफी मेहनत से अपनी बेटी की शादी के लिए जमा की थी. महिला ने बताया कि उसे इस बात की जानकारी तब मिली जब वह सीएसपी सेंटर से रुपये निकालने पहुंची. सीएसपी संचालक ने बताया कि महिला के अकाउंट से एक बार में नहीं बल्कि बारी-बारी करके कुल 34,038 रुपये निकाले गए हैं. इस घटना के बाद पीड़ित महिला ने साइबर ठगों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.

देखें रिपोर्ट.

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बता दें कि भारत में सितंबर 2020 तक साइबर अपराध (Bihar Cyber Crime) के 50,035 मामले दर्ज किए गए जो 2019 की तुलना में 11.8% अधिक है. साथ ही सोशल मीडिया के फर्जी सूचना के 578 मामले सामने आए हैं. एनसीआरबी (National Crime Records Bureau) के नए डाटा के अनुसार देश में साइबर अपराध की दर प्रति एक लाख की आबादी पर घटनाएं 2019 में 3.3% से बढ़कर 2020 में 3.7% हो गई है. जिसमें 2019 में साइबर अपराध के मामलों की संख्या 44735 थी जबकि 2018 में यह संख्या महज 27248 थी.

साइबर क्राइम

पिछले कई वर्षों की तुलना में करोना काल के दौरान साइबर फ्रॉड के मामलों में वृद्धि हुई है. सबसे खास बात ये कि इस दौरान नए-नए तरीकों से लोगों को चूना लगाया जा रहा है. बिहार में साइबर अपराध की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. वर्ष 2016 में साइबर फ्रॉड के 303 मामले दर्ज हुए थे, 2017 में 433, 2018 में 474, 2019 में करोना काल के दौरान 1050, 2020 में 1160 तो वहीं, साल 2021 में सितंबर माह तक 1217 मामले दर्ज हो चुके हैं. आंकड़ों के अनुसार बिहार में साल 2016 की तुलना में 2021 में साइबर फ्रॉड के मामलों में 5 गुना की बढ़ोतरी हुई है.

सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से ठगी करने का खेल जारी है. फ्रॉड, अश्लील वीडियो से ब्लैकमेल करते हैं इसके साथ ही ऑनलाइन चेक क्लोन, फोन, बैंक, खाता, सिम, आधार कार्ड, पैन कार्ड, डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड से लेकर लोन का लालच देकर भी पैसे की ठगी की जा रही है. बिहार में इन दिनों साइबर फ्रॉड द्वारा खाते और मोबाइल फोन को हैक करके रुपए की निकासी की जा रही है. इसके अलावा मंत्री, विधायक, आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के फर्जी अकाउंट बनाकर पैसे की मांग की जा रही है. इसके अलावा इनाम, सम्मान सस्ते में देने का दावा या बकाए रकम की वापसी का झांसा भी दिया जाता है. फ्रॉड, लिंक भेजते हैं और लिंक को क्लिक करते ही खाते से रुपए की निकासी होना भी सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है.

नोट:ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा साइबर फ्रॉड की वेबसाइट :https//cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

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