पटना:सरेंडर से पहले यूट्यूबर मनीष कश्यप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी मां के साथ एक वीडियो (Youtuber Manish Kashyap Video) शेयर किया है. वीडियो 19 मार्च को शेयर किया गया है. जबकि मनीष कश्यप ने 18 मार्च को सरेंडर किया है. इससे पहले शनिवार को मनीष को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वीडियो में मनीष कश्यप ने कहा कि कानून अंधा होता है कि कानून भी न्याय करता है.
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सरेंडर के बाद आया मनीष कश्यप का VIDEO :यूट्यूबर मनीष कश्यप ने वीडियो को सरेंडर से पहले 18 मार्च को बनाया. वीडियो बनाने के बाद 19 मार्च को सरेंडर किया. वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर कर लिखा, 'बिहारवासियों मैं जा रहा हूं, आप लोग मेरी मां की खाओं में आंसू मत आने देना. सरेंडर करने से पहले मनीष कश्यप ने बिहार के लोगों से भावुक अपील की.
'सवाल सिर्फ मनीष कश्यप से क्यों?' : मनीष कश्यप ने कहा कि, मेरे हाथ में अखबार का कुछ पन्ना है. मेरे बगल में मेरी मां है. घर पर पुलिसवाले जाते हैं. कहते हैं बेटा को हाजिर करवाइये, गिरफ्तार करवाइये. चलिए ठीक है, मैं गिरफ्तारी दे रहा हूं. जेल जा रहा हूं. मम्मी के साथ बैठा हूं. नेताओं ने पोस्ट किया. तमिलनाडु में हिंसा की खबर अखबार में भी छपा. सबने रिकॉर्डिंग देखा. ऐसे में सवाल सिर्फ मनीष कश्यप से क्यों?. घरवाले परेशान हैं, पापा, मां सब परेशान हैं. आखिर ऐसा मैंने क्या किया?.
'मैंने कुछ लगत नहीं किया' : यूट्यूबर मनीष ने आगे लिखा, 'मैं अपनी मम्मी के सामने कहना चाहता हूं कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है. भगत सिंह ने भी कुछ गलत नहीं किया था. हम लोगों ने कई मां के आंसू पोंछे है. उम्मीद है कि बिहार में मेरी मां की आंखों में भी आंसू नहीं आएगा. उम्मीद है आप लोग नहीं आने देंगे. क्या होगा कुछ दिन की बात है. सरकार कैद करके रखेगी. विचारों को कैद करके थोड़े ही रख सकती है.'
''मैंने अपने लिए लड़ाई थोड़े ही लड़ा है. मैंने अपनी मां के लिए, अपने पिताजी के लिए, भाई के लिए लड़ाई थोड़े ही लड़ा है. मैंने लड़ाई लड़ी है बिहार के लिए. मेरे अकाउंट में 42 लाख रुपया मिला हैं. उसको भी न जाने किस तरह पेश किया गया.''- मनीष कश्यप, यूट्यूबर
'.. लेकिन अंधा कानून न्याय करता है' :मनीष ने आगे कहा कि, बस बिहार के लोगों के विनती है कि आप लोग चीजों को समझेंगे. एक लड़ाई हम लोग लड़ रहे है, गलत सिस्टम के खिलाफ. इस लड़ाई को जीतेंगे. ये लड़ाई मुझे अपनी मां के लिए नहीं जितना है. लड़ाई हर बेटा को अपनी मां के लिए जितना है. हर बिहारी को अपनी मां के लिए जितना है. मुझे पता है कि मैं गलत नहीं हूं. लेकिन आप जानते है कि कानून के आंख पर पट्टी है. कानून अंधा है. लेकिन अंधा कानून न्याय करता है. आज नहीं तो कल न्याय तो होगा. लेकिन सिस्टम में बैठे हुए लोग, नेता जब अंधे हो जाएंगे तो न्याय की उम्मीद कैसे करेंगे?
'मेरे ऊपर और भी केस दर्ज हैं': उसने आगे कहा कि, मेरे ऊपर और भी केस हैं. छात्रों के लिए लड़ा, उसमें केस हुआ. एक हरिजन व्यक्ति थे उनके बेटे के दिल में छेद था. ईलाज के लिए उनके अकाउंट में पैसा था. वहां से पैसा इधर उधर हो गया, उसके लिए लड़ा, उस मामले में केस हुआ. अचार संहिता के मामले में एक केस हुआ. यही सब को केस है. एक अंग्रेज की मूर्ति तोड़ने का केस है मेरे ऊपर. जो अंग्रेज हमारे चंपारण में लोगों के नील की खेती करवाते थे. लेकिन आप सभी को पता है इन सभी चीजों पर चर्चा करें या नहीं.
'रिकॉर्डिंग, मजदूर.. सब गलत हैं' :मनीष ने कहा कि, बिहार की बर्बादी पर आज हम सब लोगों को चर्चा करना होगा. आखिर बिहार के मजदूर दूसरे राज्यों में जाकर क्यों मार खाते हैं?. क्या ये बात गलत हैं?. गलत है तो सारे अखबार, सारे मजदूर गलत है, जो रेलवे स्टेशन पर आकर उन्होंने बोला. वो सारी रिकार्डिंग गलत है. जिन्होंने फोन करके अपनी बातों को बताया. गलत है तो हर मां का आंसू गलत है.
'अब जेल जा रहा हूं.. ' :उसने कहा कि आज हर मां इस उम्मीद है कि मेरा बेटा बिहार में पैदा हुआ तो राजा बेटा बनेगा. कोई बिहार से बाहर रोजगार तो कोई शिक्षा के लिए जा रहा है, ऐसा क्यों?. इसी चीज को तो बदलना है. बस मां से मिल लिया उसके बाद जेल. देखा जाएगा कि आप लोग अब मेरे लिए खड़े रहेंगे. जब तब आप लोग मेरे साथ रहेंगे किसी भी प्रकार का कोई समस्या नहीं होगा. बस कानून अंधा है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि आप लोग अंधे नहीं होंगे.
यूट्यूबर मनीष कश्यप पर क्या हैं आरोप : बता दें कि मनीष कश्यप ने शनिवार को बेतिया जिला के जगदीशपुर थाने में सरेंडर किया था. इससे पहले यूट्यूबर के घर पुलिस ने कुर्की जब्ती की कार्रवाई की थी. दरअसल, 31 मार्च 2021 को मनीष कश्यप पर एसबीआई के बैंक मैनेजर से रंगदारी मांगने का आरोप है. अकेले बेतिया में उसके खिलाफ 7 मामले दर्ज है.
एक और आरोपी की बिहार पुलिस को तलाश :वहीं मनीष कश्यप समेत तीन और लोगों पर तमिलनाडु मामले में फर्जी वीडियो बनाने का आरोप है. जांच में वीडियो को फर्जी पाया गया. इसके बाद बिहार में मनीष पर दो मामले दर्ज किए गए. मामला दर्ज होने के बाद से मनीष कश्यप फरार था. जिसके बाद पुलिस ने उसके घर की कुर्की के लिए कोर्ट से वारंट मांगा था. लेकिन कुर्की की प्रक्रिया शुरू होते ही उसने दवाब में सरेंडर कर दिया. इस मामले में अब तक पुलिस ने मनीष कश्यप समेत तीन आरोपी को गिरप्तार किया है, जबकि चौथा आरोपी फरार है.
रिमांड की तैयारी में तमिलनाडु पुलिस :इस बीच आर्थिक अपराध इकाई (EoU) ने मनीष कश्यप के सवाल जवाब किया. सूत्रों की माने तो ईओयू से पूछताछ में मनीष कश्यप ने कई खुलासे किए. कई लोगों के नाम लिए, जिन्होंने उसकी मदद की थी. फिलहाल, यूट्यूबर को 22 मार्च तक के लिए जेल भेज दिया गया है. इस बीच, तमिलनाडु पुलिस भी पटना में मौजूद है. कहा जा रहा है कि तमिलनाडु पुलिस भी उसे ट्रांजिट रिमांड पर उसे अपने साथ ले जाएगी.