पटना: देश के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नौकरी मिल सके इसके लिए केंद्र सरकार प्रयासरत है. युवाओं का स्किल डेवलप (Skill Development In Bihar) कराया जा सके, इस दिशा में कार्य करते हुए केंद्र सरकार ने कौशल विकास योजना (Kaushal Vikas Yojana)की शुरुआत 2015 में की थी. इस योजना की शुरुआत करने का एकमात्र उद्देश्य है, युवाओं को प्रशिक्षण देकर ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर (Bihar Employment News) दिए जाए. इस कौशल विकास योजना के तहत जो प्रशिक्षण दिया जाता है वह पूरी तरह से निशुल्क होता है.
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ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी पटना के राजीव नगर में चल रहे कौशल विकास योजना के तहत सूर्य मित्र अंतर्गत प्रशिक्षण केंद्र का जायजा लिया. कौशल विकास के माध्यम से बिहार के युवाओं को काफी लाभ मिल रहा है. प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण ले रहे युवाओं का कहना है कि यहां जो ट्रेनिंग दी जाती है वो रोजगारपरक है. साथ ही साथ रहना, खाना-पीना सब मुफ्त में होता है. यहां से कितने युवा प्रशिक्षण लेकर आज अच्छी कंपनियों में नौकरी कर रहे हैं.
बच्चों को प्रैक्टिकल के माध्यम से सारी चीजें सिखाई जा रहीं हैं. ताकि जब बड़ी कंपनी में ये लोग जाएं तो इनका खुदका स्किल हो. जिसके कई फायदे होंगे जैसे ये खुद का बिजनेस कर सकते हैं, टेंडर ले सकते हैं. युवा आत्मनिर्भर बनेंगे.-प्रभात कुमार, ट्रेनर
यूपी के बलिया जिला के रहने वाले उमेश कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण यूपी में इस तरह का ट्रेनिंग सेंटर अभी बंद पड़ा हुआ हैं. जिस कारण से वह यहां पर आकर ट्रेनिंग कर रहे हैं और यहां पर खाने पीने रहने की पूरी व्यवस्था है. यहां बहुत बेहतर तरीके से पढ़ाया और समझाया भी जाता है.
यहां की व्यवस्था काफी अच्छी है. प्रैक्टिकल के लिए ये एक अच्छा प्लेटफॉर्म है. थ्योरी तो सभी बताते हैं लेकिन प्रैक्टिकल का नॉलेज बहुत जरुरी है.-छात्र
ऐसे पढ़ाई से बहुत फायदा होगा. बहुत बेहतर तरीके से यहां पढ़ाई करवाई जाती है. मैंने आईटीआई भी किया है लेकिन इतनी अच्छी पढ़ाई नहीं कराई जाती थी.-छात्र
आपको बता दें कि कौशल विकास योजना के तहत सूर्य मित्र योजना अंतर्गत प्रशिक्षण के लिए युवाओं की आयु 18 वर्ष होनी चाहिए. साथ ही साथ आईटीआई किया हुआ होना चाहिए. सूर्य मित्र ट्रेनिंग सेंटर में एक बैच में 30 लड़के होते हैं और 3 महीने का यह प्रशिक्षण युवाओं को दिया जाता है. इसके दौरान बच्चों को थ्योरी और प्रैक्टिकल इन दोनों का ज्ञान दिया जाता है.
सोलर पावर सेक्टर अंतर्गत प्रशिक्षित युवा अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकते हैं. साथ ही साथ देश-विदेश की अच्छी कंपनी में रोजगार भी प्राप्त कर सकते हैं. यहां केंद्र सरकार द्वारा सोलर ऊर्जा से संबंधित प्रशिक्षित युवाओं की संख्या बढ़ाने के लिए सूर्य मित्र स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है. इस योजना का मात्र उद्देश्य है युवा प्रशिक्षण लेकर ट्रेंड हों और वह अपना स्वयं का रोजगार करें या किसी भी सोलर पावर से संबंधित कंपनी देश-विदेश में रोजगार प्राप्त कर सके.
वहीं कौशल विकास के संचालक ऋषि प्रकाश ने बताया कि 2015 में कौशल विकास योजना की शुरुआत हुई थी. 2016 से पटना के राजीव नगर में इस योजना को चलाया जा रहा है. अभी तक 700 युवा यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर अच्छे-अच्छे कंपनी में नौकरी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अडानी, मुद्रा सोलर, बिक्रम सोलर जैसी कंपनी में यहां के युवा प्रशिक्षण प्राप्त करके नौकरी कर रहे हैं.
सिर्फ बिहार के ही बच्चे यहां पर प्रशिक्षण के लिए नहीं आते हैं बल्कि उत्तराखंड यूपी बंगाल के बच्चे भी यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने को आते हैं. उनको मुफ्त में रहना खाना-पीना सभी व्यवस्था मुहैया करायी जाती है. और सरकार के द्वारा एक बैच पास होने के बाद इस राशि का भुगतान किया जाता है.
सूर्य मित्र अंतर्गत 30 युवाओं का एक बैच चलता है. उसके बाद फिर एग्जाम होता है सरकार के द्वारा सर्टिफिकेट दिया जाता है जो पूरे देश में मान्यता है. प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवा सोलर पैनल मैन्युफैक्चरर डिस्ट्रीब्यूशन करने वाली किसी भी कंपनी में देश विदेश में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं. कहीं ना कहीं कह सकते हैं कि सरकार के द्वारा चल रहे युवाओं के लिए कौशल विकास योजना के तहत बिहार के युवा भी प्रशिक्षण प्राप्त करके अच्छी-अच्छी कंपनी में नौकरी पा रहे हैं.
सबसे खास बात है सौर ऊर्जा का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है और खास तौर पर बिहार में भी इन दिनों सोलर की मांग बढ़ी है. ऐसे में इस में रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं. और सूर्य मित्र में प्रशिक्षण लेकर के युवा आसानी से नौकरी भी पा सकते हैं.
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