पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ का आज दूसरा दिन है. छठव्रती आज शाम खरना का प्रसाद बनाएंगी और छठ माता को अर्पित कर प्रसाद ग्रहण करेंगी, जिसके बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा. छठ को लेकर राजधानी में विभिन्न संस्थाओं की ओर से पूजन सामग्री का वितरण किया जा रहा है.
501 सूपों का किया गया वितरण
राजधानी में बीएन कॉलेज के पास सामाजिक कार्यकर्ता ने 501 सूप छठव्रतियों के बीच बंटे. इस दौरान वहां पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस संबंध में मधुमेश चौधरी ने बताया कि पूजन सामग्री में सूप के साथ व्रतियों के बीच साड़ी से लेकर हुमाद तक का वितरण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह लोक आस्था का महापर्व है. छठ में व्रतियों के बीच पूजन सामग्री वितरण करने पर आत्मिक खुशी मिलती है. विगत साल भी इस तरह का आयोजन किया गया था.
अगले दिन अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य
पर्व के तीसरे दिन शाम को व्रतधारी जलाशयों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे. इसके लिए गंगा तटों पर साफ-सफाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं. यह पूजा नदी, तालाब, पोखर के किनारे की जाती है. 3 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य का दिन है. इसके साथ ही चार दिनों के छठ व्रत का समापन हो जाएगा.गौरतलब है कि छठ को लेकर विभिन्न संस्थानों की ओर से जरूरजमंदों के बीच पूजा सामग्री बांटी जा रही है. वैसी छठव्रतियों की मदद की जा रही है जो आर्थिक तंगी के कारण व्रत नहीं कर पाती है.
पूजन सामग्री का वितरण करते सामाजिक कार्यकर्ता छठ पूजा की शुरुआत
छठ पूजा की शुरुआत 31 अक्टूबर से हो रही है. 4 दिन तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व को छठ पूजा, छठी माई, सूर्य षष्ठी आदि नामों से जाना जाता है.
- 31 अक्टूबर 2019: नहाय-खाय
- 1 नवंबर 2019: लोहंडा और खरना
- 2 नवंबर 2019: पहला अर्घ्य
- 3 नवंबर 2019: दूसरा अर्घ्य और पारण