बक्सर:चौसा पावर प्लांटमें काम करने वाले उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले मजदूर राजकुमार राम की ट्रैक्टर से कुचलकर मौत हो गई. जिसके बाद पावर प्लांट के अंदर अफरा-तफरी मच गयी. पावर प्लांट के अंदर एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं होने के कारण मृतक घंटों फर्श पर तड़पता रहा. लेकिन पावर प्लांट के कोई भी कर्मी ने उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया. जिसके कारण अधिक रक्त स्त्राव के कारण उसकी मौत हो गई. इस दौरान मजदूरों और परिजनों ने जमकर हंगामा किया.
ये भी पढ़ें:अररिया: हाजत में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर बवाल,आक्रोशितों ने अस्पताल में की तोड़फोड़
मुआवजा देने की घोषणा
बता दें कुछ ही दिन पहले पावर प्लांट के अंदर बतौर गार्ड काम करने वाले एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. जिसके बाद मामला को तूल पकड़ता देख कम्पनी के अधिकारियों ने मुआवजा देने की घोषणा कर मामले की लीपापोती कर दी. अब पीड़ित परिवार लगातार पावर प्लांट के अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. उसके बाद भी उन्हें किसी तरह का मुआवजा नहीं दिया गया.
"अक्सर पावर प्लांट के अंदर शराब के नशे में धुत होकर वाहन चालक वाहन चलाते हैं. इस तरह की घटनाएं घटित होते रहती है. कंपनी के अधिकारी काम करने वाले मजदूरों को भेड़-बकरी समझते हैं. पिछले 4 घंटे से लोग सड़क जाम कर मुआवजे की मांग कर रहे हैं. उसके बाद भी एक कर्मचारी या अधिकारी देखने तक नहीं आया. जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक सड़क जाम नहीं हटेगा"-अजय कुमार चौधरी, स्थानीय "एलएनटी के अधिकारियों से संपर्क कर कंपनी के नियम के अनुसार मुआवजा दिलवाने की व्यवस्था की जा रही है. यह जिला प्रशासन से जुड़ा हुआ मामला नहीं है. यह घटना कम्पनी के अंदर हुई है. इसलिए जो भी मुआवजा का भुगतान किया जाना है, उसका भुगतान पावर प्लांट के अधिकारियों के द्वारा किया जाएगा"-नवल कांत, चौसा अंचलाधिकारी ये भी पढ़ें:बेगूसराय में भीषण सड़क हादसा, बस और कार की टक्कर में मैट्रिक परीक्षा देकर लौट रही 4 छात्रा की मौत
बता दें कि पावर प्लांट के अंदर अक्सर इस तरह की घटनाएं घटित हो रही है. उसके बाद भी कम्पनी के अधिकारियों के द्वारा इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है.