पटना:बिहार में कैबिनेट विस्तार नहीं होने से कई विभागों में महत्वपूर्ण कामकाज पर बड़ा असर पड़ा है. सरकार गठन के करीब सवा महीने बाद भी कई विभाग सामान्य तरीके से काम नहीं कर पा रहे हैं. विपक्ष ने विकास कार्यों को लेकर बीजेपी और जदयू पर बड़ा हमला बोला है. इधर बीजेपी ने विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए कहा कि सरकार में सब कुछ अच्छे से चल रहा है.
किसी भी विभाग के अधिकारी हालांकि इस बारे में कैमरे के सामने बोलने को कुछ भी तैयार नहीं है. लेकिन अधिकारी और कर्मचारी ये जरूर कह रहे हैं कि मंत्री जी के पास समय नहीं है. सरकार के भविष्य को लेकर भी बिहार सरकार के कर्मचारी असमंजस में हैं.
'बीजेपी और जदयू के बीच के रिश्ते अत्यंत खराब हो चुके हैं और यही वजह है कि कैबिनेट का विस्तार नहीं हो रहा है. जिसका खामियाजा बिहार की जनता को भुगतना पड़ रहा है'- शक्ति यादव, राजद नेता
'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पता नहीं क्यों बीजेपी के साथ मजबूरी के मुख्यमंत्री बने हैं. उनकी मजबूरी इस कदर है कि वह कैबिनेट का विस्तार तक नहीं कर पा रहे हैं. कई विभागों का प्रभार एक-एक मंत्री पर है. जिसका असर कामकाज पर पड़ रहा है'- प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता
'सरकारी कामकाज बिल्कुल सही तरीके से चल रहा है. कहीं कोई परेशानी नहीं है. बहुत जल्द कैबिनेट का विस्तार होगा'- प्रेमरंजन पटेल, बीजेपी नेता
एक एक मंत्री के पास कई विभागों का प्रभार है, जिसके कारण मंत्री अपने विभाग में समय नहीं दे पा रहे हैं. एक बड़ी बात यह भी है कि कई मंत्रियों को पता है कि उनके पास कुछ विभाग नहीं रहेंगे जिस कारण वे उन विभागों में रुचि ही नहीं ले रहे हैं. जरा आप भी एक नजर डालिए कि किस तरह एक-एक मंत्री कई विभागों का प्रभार लिए बैठे हैं.
किस मंत्री के पास कौन सा विभाग ?
तार किशोर प्रसाद
- उपमुख्यमंत्री
- वित्त
- वाणिज्य कर
- पर्यावरण एवं वन
- इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
- आपदा प्रबंधन
- नगर विकास