पटनाःवैशाली में छेड़खानी का विरोध करने पर जिंदा जलाने के मामले में दोषियों पर जल्द सजा देने की मांग तेज हो गई है. घटना को लेकर एपवा सहित कई महिला संगठनों ने सड़कों पर सरकार के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन किया. इस दौरान महिलाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दोषियों को जल्द सजा देने की मांग की.
प्रदर्शन में शामिल एपवा नेत्री मीना तिवारी ने कहा कि बिहार में सिर्फ नाम की सुशासन सरकार है. असलियत क्या है यह सभी को दिख रहा है. सरकार का नारा बेटी बचाओ सिर्फ और सिर्फ जुमलेबाजी है. आए दिन बिहार की बेटियों और महिलाओं के साथ कोई ना कोई घटना घट जाती है. लेकिन सरकार कुछ नहीं करती.
'पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है'
वैशाली हत्याकांड मामले में अभी तक सभी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है. हमारी मांग है कि हत्याकांड के जो भी दोषी हैं, उनपर तत्काल कार्रवाई की जाए. जल्द से जल्द पीड़िता के परिवार को मुआवजा दिया जाए. वहीं, उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो आगे आंदोलन और तेज करेंगे और देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे.
मसौढ़ी में भी हत्याकांड के खिलाफ विरोध मार्च
वहीं, मसौढ़ी में भी वैशाली हत्याकांड के खिलाफ भाकपा माले ने विरोध मार्च निकाला गया. जिसमें हत्याकांड के अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग और जदयू भाजपा पर कई सवाल खड़े किए गए. आंदोलनकारियों ने महिलाओं के सुरक्षा की गारंटी देने, घटना में शामिल सभी अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तारी करने और उस पर स्पीडी ट्रायल कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गई.
सरकार से इंसाफ की मांग करते लोग सरकारी नौकरी और 10 लाख मुआवजे की मांग
सभा में आंदोलनकारियों ने कहा कि जदयू भाजपा की सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं आए दिन बेटियों पर अत्याचार हो रहा है. सरेआम कहीं सड़क पर छेड़खानी की घटना हो रही है, तो कहीं दुष्कर्म हो रहा है. जिन महिलाओं के बल पर नीतीश कुमार सरकार बनाने का दंभ भरते हैं, उनके ही सरकार में महिलाओं के साथ कई तरह की घटनाएं हो रही है.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पीड़ित के परिजनों को सरकारी नौकरी, 10 लाख मुआवजा और न्याय की मांग की है. भाकपा माले ने सीधे तौर पर जदयू और भाजपा की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, महिलाओं पर अत्याचार और अपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं.