पटनाः शिक्षा का कोई मजहब नहीं होता है और ना ही इसे धर्म के साथ जोड़कर देखा जाना चाहिए. इन दिनों पूरे बिहार में जुम्मे के दिन यानी शुक्रवार को कई हिंदी सरकारी (Government Schools Of Bihar) विद्यालयों में छुट्टीहोने की बात पर बवाल मचा है. ऐसा ही एक सरकारी स्कूल पटना जिला के मसौढ़ी (Weekly Holiday On Friday In Netaul Middle School) में भी है, जहां रविवार को नहीं बल्कि स्कूल की सप्ताहिक छुट्टी शुक्रवार को दी जाती है. हालांकि स्कूल के शिक्षक इसका विरोध करते हैं, लेकिन परंपरा के मान पर यहां सालों से ऐसा ही होता आ रहा है.
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सालों से चली आ रही परंपराःदरअसल मसौढ़ी अनुमंडल के धनरूआ प्रखंड के मध्य विद्यालय नेतौल में शुक्रवार के दिन स्कूल बंद रहता है और उसके बदले रविवार को पढ़ाई होती है. यह स्कूल पूरी तरह से हिंदी विद्यालय हैं यहां पर सभी शिक्षक हिंदू समुदाय से जुड़े हैं. इस विद्यालय में 500 छात्र छात्राएं हैं, जो ज्यादातर हिंदू समुदाय से जुड़े हैं. इसके बावजूद यहां पर शुक्रवार को छुट्टी दी जाती है. इसके बारे में बताया जाता है कि यह परंपरा सालों से चली आ रही है.
स्कूल के जमीन दाता थे मुस्लिमः बताया जाता है कि यह स्कूल मुस्लिम मोहल्ले में खोला गया है और जमीन दाता भी मुस्लिम थे. इसलिए यहां पर शुक्रवार को छुट्टी देने की परंपरा रही है. लेकिन स्कूल को शिक्षकों ने इसका विरोध जताया है. धनरूआ संकुल प्रसाधन केंद्र के सुनील कुमार ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीएम से इस बारे में पत्र लिखकर विरोध जताया है, कि यह हिंदी विद्यालय है इसलिए हिंदी अवकाश के तहत स्कूल को चलाया जाए.