पटना:बाढ़ से सुरक्षा संबंधी कार्यों में जनसहभागिता के लिए जल संसाधन विभाग ने बड़ी पहल की है. बिहार ने आधुनिक और स्वचालित कॉल मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा चौबीसों घंटे काम करने वाला एक टॉल फ्री नंबर और एक मोबाइल ऐप लांच किया है. राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने दोनों सेवाओं का शुभारंभ किया. इसके जरिये प्राप्त सूचनाओं की मॉनीटरिंग और त्वरित कार्रवाई के लिए सिंचाई भवन स्थित जल संसाधन विभाग के कार्यालय में 'केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग साथ सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया.
जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि बाढ़ की आपदा से बचाव और नुकसान को कम करने के लिए जल संसाधन विभाग के अभियंता सभी संवेदनशील इलाकों में तटबंधों की स्थिति की दिन-रात निगरानी कर रहे हैं. इस कार्य में लोगों की भी भागीदारी हो, इसके लिए विभाग के तरफ से दो नई सेवाओं की शुरुआत की गई है. इसका उद्देश्य ये है कि कहीं पर भी तटबंध में कटाव, दरार, तटबंधों को जान-बूझ कर क्षति पहुंचाये जाने की सूचना आम लोग भी विभाग तक पहुंचा सके. जिससे उन्हें शीघ्रता से दुरुस्त कर बाढ़ के तबाही को रोका जा सके. लोग अपनी सूचना और शिकायत 24x7 टॉल फ्री नंबर 1800 3456 145 पर कॉल करके दर्ज करा सकते हैं. मोबाइल ऐप 'Hello WRD' के जरिये हम तक सूचना पहुंचा सकते हैं.
'सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया है'
संजय कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ की आपदा से जान-माल के नुकसान को कम-से-कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया था. उसी के आलोक में इन दोनों सेवाओं की शुरुआत की जा रही है. दोनों माध्यमों से आने वाली सूचनाओं को मॉनिटर करने के लिए सिंचाई भवन में 'केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग सह सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि इस कोषांग एवं सहायता केंद्र में एक पूरी तरह आधुनिक और स्वचालित प्रणाली का उपयोग किया गया है, जिसके जरिये खुद ही लोगों से प्राप्त सूचना और शिकायत के एसएमएस संबंधित पदाधिकारियों के पास पहुंच जाएगा.
कई अधिकारी रहे मौजूद
संजय झा ने बताया कि कोषांग में एक डेडिकेटेड टीम होगी, जो जरूरी सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रणाली के जरिये बाढ़ से जान-माल के नुकसान को कम करना संभव हो सकेगा. उन्होंने बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का आह्वान किया कि वे जरूरी सूचनाएं विभाग तक पहुंचाने के लिए इन सेवाओं का उपयोग करें. वहीं, इस मौके पर सचिव जल संसाधन विभाग संजीव हंस और बाढ़ प्रक्षेत्र के अन्य वरीय अभियंता उपस्थित रहे.