पटना: लगातार हो रही बारिश ने पटनावासियों का जीना दुश्वार कर दिया है. वहीं, दूसरी तरफ गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने भी इस संकट और बढ़ा दिया है. जल संसाधन विभाग के अनुसार पटना के कई स्थानों पर गंगा नदी खतरे के निशान से अभी भी ऊपर बह रही है.
दरअसल, पटना में तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने 1975 की बाढ़ जैसे हालात ला दिए हैं. अलर्ट के बाद भी बारिश और जलजमाव से निपटने के प्रशासनिक इंतजाम नाकाफी साबित हुए. राजधानी के कई इलाकों में 5 से 6 फीट तक पानी भरा है.
आम से खास सभी इस बारिश के आगे बेबस
पिछले 72 घंटों से लगातार आफत की बारिश जारी है. आम से खास सभी इस बारिश के आगे बेबस हैं. पॉश से लेकर झुग्गी झोपड़ी के इलाकों में पानी भर चुका है. पूरी व्यवस्था चरमरा गई है. निचले इलाकों में कई लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया है. यहां तक कि कई मंत्रियों तक के घरों में पानी जा घुसा है. अस्पतालों, रेल लाइनों पर भी जलजमाव हैं. पटना जंक्शन के सारे ट्रैक्स भी पूरी तरह डूब गए हैं. कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं.