पटनाः बिहार में राजगीर, गया, बोधगया और नवादा के लिए गंगा जल आपूर्ति की महत्वाकांक्षी योजना (Ganga water supply Scheme) काम हो रहा है. 4000 करोड़ से अधिक की राशि इस योजना पर खर्च होने जा रही है. सरकार की इस योजना पर तंज कसते-कसते (Vijay Kumar Sinha's taunt on Nitish) नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा की जुबान फिसल गयी और उन्होंने कह दिया कि 'कोई ताकत नहीं है जो रोक लेगा आपको अगली बार सरकार में आने से रोक'. दरअसल नेता प्रतिपक्ष कहना चाह रहे थे कि अगली बार नीतीश कुमार की सरकार नहीं बन सकती.
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नेता प्रतिपक्ष की फिसली जुबान नीतीश पर प्रहारः नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हर घर का नल जल पूरी तरह से फेल हो गयी है. सरकार शुद्ध जल की व्यवस्था नहीं कर पा रही है. लेकिन अब गंगा जल पिलाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गंगा जल की जरूरत अंतिम समय में पड़ती है.आपकी सरकार का अंतिम दिन है. लोग गंगा जल देंगे. आपकी विदायी तय है. विजय सिन्हा ने नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि नीतीश ने अपनी विदायी खुद तय कर ली है. उन्होंने कहा कि जदयू और राजद का विलय हो जाएगा. जदयू पार्टी ही नहीं रहेगी.
क्या है योजनाः 4 जिलों के लोगों को हर दिन 1.89 करोड़ लीटर गंगा जल आपूर्ति की (Supply of Drinking Water In 4 Districts) जाएगी. पटना के मोकामा स्थित मरांची से 190 किलोमीटर पाइप लाइन के सहारे गंगाजल को चारों जगह पर पहुंचाया जायेगा. पहले फेज में राजगीर, गया और बोधगया के लोगों को पानी की गंगा जल की आपूर्ति घर-घर होगी. प्रत्येक व्यक्ति को 135 लीटर पानी की आपूर्ति करने की तैयारी है. 27 नवंबर को राजगीर में और 28 नवंबर को गया व बोधगया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंगा जल आपूर्ति योजना का उद्घाटन कर चुके हैं. दूसरे फेज में अगले साल नवादा तक यह योजना पहुंच जायेगी.
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1.89 करोड़ लीटर गंगाजल की जायेगी आपूर्तिःचारों जिलों के 15 लाख लोगों को हर दिन 1.89 करोड़ लीटर गंगाजल मिलेगा प्रत्येक व्यक्ति पर 32000 की राशि सरकार खर्च कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसलिए योजना को लेकर मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा करते रहे हैं. जल संसाधन विभाग गंगा जलापूर्ति योजना पर 2019 में काम करना शुरू किया था. गया में नवंबर के महीने में 2019 में कैबिनेट की बैठक हुई थी और उसी में इस योजना पर मुहर लगी थी. 3 साल में यह योजना बनकर तैयार हो चुकी है. ऐसे तो 2021 में ही इसे शुरू करने की तैयारी थी लेकिन कोरोना के कारण इसमें विलंब हुआ है. अब 27 नवंबर को राजगीर में और 28 नवंबर को गया बोधगया में घर-घर गंगाजल पहुंचाने की योजना की शुरुआत हो रही है.
4 महीने स्टोर कर 12 महीने की जाएगी आपूर्तिःपटना के मोकामा के मरांची से 190 किलोमीटर पाइप के सहारे गंगाजल को राजगीर बोधगया गया और नवादा ले जाया गया है. इसके लिए बड़े पंप लगाए गए हैं गंगाजल को 4 महीने स्टोर कर 12 महीने आपूर्ति की जाएगी. राजगीर, बोधगया, गया और नवादा में 3 जलाशयों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी. गया, तेतर और अबगिलल्ला पहाड़तल्ली और राजगीर के घोड़ा कटोरा में जलाशय का निर्माण किया गया है. तेतर में 18.53 एमसीए यानी मिलियन क्यूबिक मीटर और अबगिलल्ला पहाड़तल्ली में 1.29 मिलियन क्यूबिक मीटर और राजगीर में घोड़ा कटोरा क्षेत्र में 9.81 मिलियन क्यूबिक मीटर की क्षमता का जलाशाय बनाया गया है.