पटना: बिहार में इन दिनों चोरी की वारदात में लगातार वृद्धि हो रही है. चोरी की वारदात में सबसे ज्यादा वाहन चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. राज्य में बढ़ रहे चोरी की घटना को लेकर सड़क से लेकर सदन तक विपक्ष सरकार को घेर रहा है.
साल 2015 से लेकर 2020 के बीच यानी 5 सालों में 21,264 वाहनों की चोरी हुई है. इनमें से 18,000 बाइक और 3,264 अन्य वाहन शामिल है. हालांकि पुलिस के माध्यम से लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं में संलिप्त अपराधियों को पकड़ने को लेकर मुहिम भी चलाई जा रही है. जिसके तहत बाइक चोरी में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
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961 बाइक बरामद
बता दें कि पुलिस के माध्यम से अब तक 961बाइक बरामद किए गए हैं. बाइक लुटेरे और चोरों का हौसला इतना बुलंद हो गया है कि बाइक लूट का विरोध करने पर हत्या भी कर दी जा रही है. भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता विनय कृष्ण को विगत दो दिन पहले मिश्रा पेट्रोल पंप के सामने चाकू मारकर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था. यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई घटनाएं घटित हो चुकी है. वहीं सोमवार को गांधी मैदान थाना क्षेत्र के गांधी मैदान के बाहर क्रिकेट खेलने आए दो छात्रों की बाइक चोरी कर ली गई. जिसके बाद कई छात्रों ने गांधी मैदान थाना पहुंचकर मामला दर्ज करवाया है.
पुलिस को दिया गया दिशा-निर्देश
वाहन चोरी की घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर सदन के अंदर प्रभारी मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा था कि इसे रोकने को लेकर पुलिस को दिशा-निर्देश दिया गया है. साथ ही साथ डीजीपी और गृह सचिव को भी बढ़ रहे वाहन चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए उचित निर्देश दिया गया है. साल 2021 में पटना में वाहन चोरी की 17 कांडों में चोरी किए गए वाहनों की बरामदगी के साथ 20 वाहन चोरों को भी गिरफ्तार किया गया है.
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पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद
विगत दो दिनों पहले एसके पुरी थाना इलाके में बोरिंग कैनाल रोड और हड़ताली मोड़ के बीच एक बाइक पर दो अपराधी किसी वाहन चोरी की घटना को अंजाम देने के चक्कर में लगे हुए थे. इसी बीच पुलिस को जैसे ही उन पर शंका हुआ, वे भागने लगे. तभी पुलिस ने खदेड़ कर पकड़ा लिया. इन युवकों के पास से एक लोडेड पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया है.
मौजूदा पुलिस अधिकारी पहले की टेक्निक को अपनाएंगे तो जरूर चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकता है. पहले अंग्रेजों के समय या पहले की पुलिस के माध्यम से चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए गश्ती पर खास जोर दिया जाता था. जिले के एसपी को अपने थाना अंतर्गत पुलिस कर्मियों को बीट पेट्रोलिंग में बांटना होगा और उनके ऊपर जवाबदेही तय करना होगा.-एसके भारद्वाज, पूर्व डीजी