पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण (Covid-19) की रफ्तार पर लगभग ब्रेक लग गया है. पूरे राज्य में 25 कोरोना के एक्टिव केस (25 Covid Case In Bihar) रह गए हैं. 24 घंटे में सूबे के अंदर 2 लाख 2 हजार 325 सेंपल की जांच की गई, जिसमें 3 नए मामलों की पुष्टि हुई है. त्योहार को लेकर सरकार की चिंता जरूर है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग बाहर से बिहार आए हैं.
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बिहार में वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है. तीसरी लहर के स्प्रेड को रोकने में वैक्सीनेशन कारगर साबित हो रहा है. बड़े त्योहार भी बीत गए हैं. पंचायत चुनाव भी जारी है. ऐसे में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर लगभग खत्म हो गई है. हालाकि इसका ये मतलब नहीं है कि लोग लापरवाही बरतें. बिहार सरकार लगातार अपील कर रही है कि अभी भी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. मास्क का इस्तेमाल करें और 2 गज की दूरी को भूले नहीं.
बिहार में सात करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है. पूरे राज्य में अब तक 7 करोड़ 17 लाख 80 हजार 8 सौ 55 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. इसमें पहला डोज लेने वाले 5 करोड़ 12 लाख लोग शामिल हैं जबकि दोनों डोज कंप्लीट करने वाले 2 करोड़ 5 लाख लोग है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कुछ जिलों में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है. शेखपुरा जिले में 2 लाख 90 हजार लोगों को ही पहला डोज दिया जा सका है. अरवल जिले में अब तक 3 लाख 48 हजार कोरोना टीका की पहली खुराक लगवा चुके हैं. जबकि समस्तीपुर जिले में 4 लाख 14 हजार लोगों को पहला डोज दिया जा सका है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि संक्रमण को लेकर हम अभी निश्चिंत नहीं हो सकते. लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है. आज की तारीख में भले ही संक्रमित मरीज कम हो लेकिन सावधानी बरतने की जरूर है. बिहार 7 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दे चुका है. जो लोग बाहर से आए हैं उनपर हमारी नजर है. बाहर से आने वाले लोगों की जांच कराकर टीका लगवा रहे हैं.
डॉक्टर मृणाल कहते हैं कि तीसरे लहर की संभावना बिहार में अब बिल्कुल ना के बराबर है, फिर भी हमें सावधानी बरतने की जरूरत है. तेज गति से वैक्सीनेशन ही विकल्प है. लोगों को सरकार के वैक्सीनेशन अभियान में बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिए.