पशुपति पारस ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन पटना:बिहार जहरीली शराब कांड में हो रही मौतों पर सियासत रफ्तार पकड़ चुकी है. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी अड़ी हुई है तो वहीं एनडीए की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने भी मोर्चा खोल दिया. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस (RLJP President Pashupati Paras) ने बिहार के राज्यपाल फागू चौहान (Bihar Governor Phagu Chauhan ) से मिलकर इसकी जांच कराने की मांग की है. उन्होंने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा है कि नरसंहार है. इसकी जांच होनी चाहिए. गरीबों, दलितों और किसानों को नीतीश सरकार दारू पिलाकर मार रही है.
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''इसकी सेंट्रल विजलेंस से जांच होनी चाहिए. इतना बड़ा नरसंहार है, फिर भी आप कह रहे हैं कि इसका क्या असर है? ये अनर्थ हो गया बिहार के लिए. हजारों लोग मारे जा रहे हैं उसमें सभी लोग गरीब हैं. दलित है, मजदूर है, किसान है सबको शराब पिला-पिलाकर इन लोगों ने मरवा दिया''- पशुपति पारस, कंद्रीय मंत्री
आरएलजेपी ने किया नीतीश के खिलाफ प्रदर्शन: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने इससे पहले सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला. बैनर और तख्ती लेकर कार्यकर्ताओं ने नीतीश के इस्तीफे की मांग की. आरएलजेपी का आरोप है कि नीतीश सरकार दलितों, पिछड़ों और गरीबों को जहरीली शराब पिलाकर मार रही है.
छपरा में अब तक 73 की हो चुकी है मौत: गौरतलब है कि शराबबंदी वाले बिहारके छपरा में जहरीली शराब (Chapra Hooch Tragedy) से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस घटना में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही (Suspected death in Chapra due to poisonous liquor) है. जहरीला पदार्थ पीने से अब तक 73 लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है. जिला प्रशासन की ओर से 67 मौतों की पुष्टि संदिग्ध पदार्थ पीने की वजह से की गई है.
नीतीश की दो टूक- 'एक पैसा मुआवजा नहीं देंगे' : सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कहा कि शराब से मौत होने पर किसी को भी मुआवजा नहीं दिया जाएगा. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि 'शराब पियोगे तो मरोगे'. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राष्ट्रपिता बापू के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं. दूसरे राज्यों में जहरीली शराब पीने से मौत हो रही हैं.