उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू. पटना: देश में भाजपा विरोधी दल के नेताओं को एकजुट करने की मुहिम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चला रहे हैं. 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक भी हुई थी. इसमें 15 दल के नेताओं ने भाग लिया था. लेकिन, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. जदयू विधान पार्षद रामेश्वर महतो ने प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाया है.
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पार्टी का प्रोटोकॉल हैः रामेश्वर महतो के आरोप पर उमेश कुशवाहा ने कहा पार्टी का प्रोटोकॉल है. यदि प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ कोई शिकायत है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष से शिकायत कर सकते हैं. और वहां भी सुनवाई नहीं हुई तो सर्वमान्य नेता से मिलकर अपनी बात कर सकते हैं. यदि कोई बात हो तो पार्टी के फोरम पर रख सकते हैं लेकिन कोई इस तरह से बात रखता है.
"कभी बीजेपी का गुणगान करते हैं तो कभी उपेंद्र कुशवाहा का. नोटिस उस नेता का लेते हैं जो पार्टी के अंदर हो. नोटिस उस पर लेते हैं जो हमारा अंग हो. जो अपने स्वार्थ में लगे हैं धूर्त हैं ऐसे लोगों की हम लोग नोटिस नहीं लेते हैं."- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
उमेश कुशवाहा पर लगाये ये आरोप : उमेश कुशवाहा लगातार मनमानी कर रहे हैं. जिस तरह नीतीश कुमार ने बिहार को आगे बढ़ाया है, पार्टी के संगठन को मजबूत करने का काम किया है, हमलोग लगातार उनके साथ हैं. लेकिन जो काम पार्टी में रहकर उमेश कुशवाहा कर रहे हैं, कहीं से भी उचित नहीं है. यह सीएम नीतीश कुमार की महानता है कि उमेश कुशवाहा को दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. मुझे बैठक में बुलाया भी नहीं गया. अगर उन्हें मेरे से व्यक्तिगत समस्या है तो इसे पार्टी में न लाकर मेरे सामने रखते. उमेश कुशवाहा पार्टी को छोड़कर अपनी मजबूती बढ़ा रहे हैं.