पटना: टिकट बंटवारे से पहले ही महागठबंधन में उठापटक शुरू हो गई है. पहले जीतन राम मांझी की पार्टी हम से प्रदेश अध्यक्ष वृषिण पटेल और प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इस्तीफा दिया. उसके बाद उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी को कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने बाय-बाय कर दिया.
महागठबंधन में सीट बंटवारे पर माथापच्ची अब भी जारी है. कांग्रेस गठबंधन में अधिक सीटों की दावेदारी कर रही है. साथ ही कई सीटों पर राजद और कांग्रेस आमने-सामने भी हैं. वहीं, गठबंधन में कई अन्य छोटे दलों के होने से भी सीट शेयरिंग पर जल्द बात नहीं बन पा रही है. ऐसे में नेताओं के पार्टी छोड़ने से ये मामला और उलझता जा रहा है.
'चुनाव के समय ये सब तो चलता रहता है'
इस सबके बावजूद महागठबंधन के नेताओं का कहना है कि इसमें शामिल पार्टियां एकजुट हैं और हम सब मिलकर बिहार की सभी 40 सीटों पर जीत दर्ज करेंगे. शरद यादव की पार्टी लोजद के नेता और पूर्व विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि यह सब तो चलता रहता है, जो टिकट के लोभी हैं वहीं इस तरह की हरकत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह एनडीए की साजिश है, लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं होंगे.
महागठबंधन में उठापटक पर बयानबाजी तेज 'महागठबंधन में सत्ता के लोलुप लोग'
इधर, महागठबंधन में मचे उठापटक से एनडीए के नेता खुश हैं. जदयू प्रवक्ता सुनील कुमार ने कहा कि ये लोग किसी तरह सत्ता हासिल करने वाले लोग हैं. उन्होंने कहा कि जहां सत्ता के लोलुप लोग रहेंगे, वहां इस तरह की उठापटक होनी ही है और आगे भी होगी.