1.नेता क्षेत्र में आते ही नहीं हैं, तो आपकी स्थिति कौन सुधारेगा : प्रशांत किशोर
Bihar Politics राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार की राजनेताओं को सवालों के घेरे में खड़ा किया है. जनसुराज पदयात्रा के दौरान पश्चिमी चंपारण के बैरिया के रनाहा पंचायत में प्रशांत किशोर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, जब आपके द्वारा चुने हुए नेता क्षेत्र में आते ही नहीं हैं, तो आपकी स्थिति कौन सुधारेगा?. पढ़ें पूरी खबर.
2.Bihar AQI: देश के सबसे प्रदूषित शहरों में कटिहार नंबर वन, खतरनाक हुई बिहार की हवा
बिहार में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता (air pollution increased in Bihar) जा रहा है. ठंड बढ़ने के साथ ही एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में बिहार का कटिहार पहले नंबर पर है. पढ़ें पूरी खबर..
3.शेखपुरा में घूसखोर अधिकारी गिरफ्तार, सर्किल इंस्पेक्टर 70000 रुपये रिश्वत लेते धराए
निगरानी विभाग को बड़ी सफलता मिली है. टीम ने सर्किल इंस्पेक्टर पदाधिकारी बरबीघा संजीव कुमार और सोनी अमीन को 70000 रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
4.Kartik Purnima 2022 : बिहार में लाखों लोगों ने लगाई गंगा में आस्था की डुबकी
बिहार में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गंगा तटों पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी (kartik purnia ganga snan at patna) लगाई. घाट पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिवला सोमवार से लेकर देर रात तक जारी था. ऐसे में अगले दिन सूरज उगते ही गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर भक्तों ने पूरे मन से पूजा-अर्चना की. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान कर पूजा अर्चना करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
5.गया में कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, 50 हजार लोगों ने लगाई फल्गु नदी में डुबकी
बिहार के गया में गयाजी डैम (Gayaji Dam in Gaya) बनने के बाद फल्गु के देवघाट तट पर लबालब पानी भरा है. यही वजह है कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2022) के दिन फल्गु स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. अहले सुबह से ही यहां लोग आ रहे हैं और उनका स्नान-पूजन हो रहा है. करीब 50 हजार से अधिक लोगों ने फल्गु में डुबकी लगाई है. कार्तिक मास के कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से धर्म पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है. गया में फल्गु नदी है, जो कि अंत:सलिला मानी जाती है. यही वजह है कि धार्मिक मान्यता वाले फल्गु नदी में इस बार श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है.