1. ब्रिटिश काल में दायर हुए मामले का 108 साल बाद आया फैसला, चौथी पीढ़ी को मिला इंसाफ
बिहार के आरा सिविल कोर्ट में ब्रिटिश शासन काल (Case Filed During British Time) में दायर एक संपत्ति विवाद के मामले में 108 साल बाद अहम फैसला सुनाया गया. कोर्ट के सप्तम एडीजे श्वेता कुमारी सिंह ने 108 साल (Justice After 108 Years In property Dispute) से चल रहे टाइटल सूट का इसी साल 11 मार्च को अपना निर्णय सुनाया. जज ने इस मामले में जब्त जमीन को मुक्त करने का फैसला भी दिया. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मामले में रिस्पांडेड पक्ष की चौथी पीढ़ी को न्याय मिला है.
2. 'राज्यसभा के लिए जगदा बाबू के नाम पर चर्चा क्यों नहीं?', JDU ने RJD से पूछा सवाल
राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election) के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगाने को लेकर आरजेडी में घमासान मचा हुआ है. मंगलवार को आरजेडी की पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग में तेजस्वी नहीं पहुंचे. इन सबके बीच प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के नाम की चर्चा नहीं होने पर जदयू ने तंज कसा है. पढ़ें पूरी खबर..
3. UK में व्याख्यान देंगे तेजस्वी यादव, 'आइडियाज फॉर इंडिया' पर रखेंगे विचार
मंगलवार को आरजेडी की पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग (RJD Parliamentary Board meeting) से गायब रहने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) को लेकर बड़ी खबर आ रही है. वह इंग्लैंड में आयोजित होने वाले आइडियाज फॉर इंडिया (Ideas for India) कॉन्फ्रेंस में अपना व्याख्यान देंगे. पढ़ें पूरी खबर...
4. राज्यसभा के लिए सरकार गिरा देंगे मांझी? बोले HAM संरक्षक- 'अगर यहां नहीं मिला, तो दूसरी जगह मिलेगा'
क्या राज्यसभा की सीट नहीं मिलने से नाराज जीतनराम मांझी एनडीए छोड़ सकते हैं? अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए क्या जीतनराम मांझी आरजेडी के साथ जा सकते हैं (Jitan Ram Manjhi and RJD Come Together) ? ये सवाल इसलिए क्योंकि उन्होंने खुद सीएम नीतीश कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर यहां नहीं मिला, तो दूसरी जगह मिलेगा. अब हमारे पास दूसरे विकल्प भी हैं. पढ़ें पूरी खबर...
5. लालू यादव तय करेंगे राज्यसभा के RJD प्रत्याशी, जानिए पार्लियामेंट्री बोर्ड में किसके नाम पर हुई चर्चा?
मंगलवार को आरजेडी के पार्लियामेंट्री बोर्ड में राज्यसभा केंडिडेट के नामों पर चर्चा तो शुरू हुई लेकिन विरोध शुरू से ही दिखने लगा. तेजस्वी यादव ने बैठक से दूरी बना ली, तो वहीं जगदानंद सिंह बीच मीटिंग से उठकर चले गए. इस दौरान उनके हाथ में कैंडिडेट के नाम वाले लिफाफे भी थे. चर्चा है कि इन नामों की घोषणा अब खुद लालू यादव करेंगे.