पटना: मॉनसून सत्र के पांचवें दिन आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव विधानसभा पहुंचे. लगभग एक महीने बाद सोमवार को वापस पटना लौटे तेजस्वी पिछले चार दिनों से सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने नहीं आ रहे थे. हालांकि आरजेडी और पूरा विपक्ष उनकी राह देख रहा था.
वहीं, ये भी खबर आ रही है कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद तेजस्वी यादव ने इस्तीफे की पेशकश की है. हालांकि, आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाएगा.
तेजस्वी ने पेशकश की तो सभी 80 विधायक देंगे इस्तीफा
भाई वीरेन्द्र ने कहा कि चुनाव बाद भी विधायक दल की बैठक में ही हम लोगों ने कह दिया था कि तेजस्वी यादव को इस्तीफा नहीं देना है. उन्होंने कहा कि हम लोग जान रहे थे कि ऐसा सवाल हमारे दल में भी उठ सकता है. इसलिए हम लोगों ने प्रस्ताव रखा कि यदि वो इस्तीफा देंगे तो सभी 80 विधायक सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे.
स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफे की मांग
पिछले चार दिनों के कार्यकाल में सदन में जमकर हंगामा हुआ है. विपक्ष चमकी बुखार से बच्चों की मौत पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. विपक्ष ने विधान परिषद के बाहर धरना देकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की इस्तीफे की मांग भी की. वहीं, दूसरी ओर सत्ता पक्ष के लोगों ने नेता प्रतिपक्ष के नहीं होने पर सवाल भी खड़े किए. एनडीए के कई मंत्रियों ने विपक्ष पर आरोप भी लगाया कि तेजस्वी यादव के नहीं होने से सदन की कार्यवाही में रुकावट पैदा हो रही है.
सरकार से मांगा जवाब
बता दें कि बीते चार दिनों में सदन में विपक्ष से राबड़ी देवी, रामचंद्र पूर्वे आदि कई नेताओं ने सरकार से बिहार में हुए आपदाओं पर जवाब मांगा है. उनका कहना था कि बिहार में सूखे से किसानों की समस्या बढ़ रही है, इस पर सरकार को शांत नहीं रहने देंगे, सरकार को इस पर जवाब देना होगा. वहीं, तेजस्वी यादव के सदन में नहीं पहुंचन से बीजेपी ने जमकर राजद पर तंज कसा था. भाजपा के कई नेताओं ने तो तेजस्वी के नहीं होने पर चिंता भी जताई थी.