पटना: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) को ईडी के बुलावे पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav) ने कहा कि ये तो हर तरफ तो अब यही हो रहा है. सारा जग ऐसा हो रहा है और इस बात को हमने बोल ही दिया है. इसी तरह चलता रहेगा 2024 तक. लेकिन सभी को मजबूती के साथ लड़ाई लड़ना है. वहीं, आरजेडी और जेडीयू के मर्जर को लेकर किए गए सवाल पर तेजस्वी यादव ने कुछ नहीं बोला. बिहार के प्रदूषण को लेकर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के द्वारा दिए गए बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि उनका बयान नहीं देखे हैं, किस बात की उन्हें चिंता है?.
ये भी पढ़ें-गोपालगंज के RJD प्रत्याशी पर BJP करेगी केस, तेजस्वी बोले- 'जो करना है करिए.. डरेंगे नहीं'
'वर्ष 2024 तक केंद्र सरकार ऐसे ही विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर ईडी की नोटिस करवाती रहेगी. इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है.इसी तरह चलता रहेगा 2024 तक. लेकिन सभी को मजबूती के साथ लड़ाई लड़ना है.'- तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री
तेजस्वी यादव में केंद्र सरकार पर साधा निशाना :तेजस्वी यादव ने प्रदूषण को लेकर कहा कि जितना भी डेवलपमेंट शहर हैं. वहां पर पॉल्यूशन होता है. पूरे देश में, चाहे दिल्ली हो महाराष्ट्र हो लेकिन साफ-सफाई पर हम काम कर रहे हैं. पटना में आप देख सकते हैं, रैकिंग के मामले में अच्छी स्थिति में है. इस मौसम में दिल्ली में आंख लाल हो उठता है. दिल्ली में, पटना में एयर क्वालिटी एक जैसा रहता है.
'2024 तक ED रहेगी एक्टिव' :बिहार डिप्टी सीएम से जब पत्रकारों ने पूछा कि जिस तरह भारतीय जनता पार्टी के लोग लगातार यह कह रहे हैं कि जनता दल यूनाइटेड का राष्ट्रीय जनता दल में विलय होगा, इस पर आपका क्या कहना है. तो उन्होंने इस सवाल पर चुप्पी साध ली. साथ ही बिहार में बढ़ रहे वायु प्रदूषण पर अपनी प्रतिक्रिया दी. और कहा है कि उसके उपाय के लिए जितना होगा, हम लोग काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
हेमंत सोरेन को ED का बुलावा :गौरतलब है किमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. ईडी ने खनन मामले में सीएम हेमंत सोरेन को समन भेजा है (ED summons Jharkhand CM Hemant Soren). समन में ईडी ने मुख्यमंत्री को पेश होने के लिए कहा है. दरअसल, हाल ही में इस मामले में पंकज मिश्रा सहित दो अन्य को गिफ्तार किया गया था. ईडी के अनुसार, झारखंड में अवैध खनन से संबंधित अपराधों की अब तक 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की पहचान की गई है.