पटना: 30 जनवरी को महात्मा गांधी की शहादत दिवस पर महागठबंधन के मानव श्रृंखला की तैयारी की है. इसे लेकर पटना में महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई. जिसमें रणनीति तैयार की गई. बैठक के बाद तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के तमाम नेताओं ने एक साथ केंद्र सरकार और नीतीश कुमार पर सियासी हमला बोला. साथ ही कृषि कानून वापस लेने की मांग की.
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'केंद्र सरकार के अब तक के रुख से स्पष्ट हो गया है कि अन्नदाताओं के लिए नहीं बल्कि फंडदाताओं के लिए यह सरकार काम कर रही है. बिहार सरकार ने जो एक्ट 2006 में लागू किया था. उससे बिहार के किसान मजदूर बन गए और अब उन्हें मजदूर से भिखारी बनाने की साजिश हो रही है'.-तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
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मानव श्रृंखला पर महागठबंधन एकजुट
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि 30 जनवरी को महागठबंधन की मानव श्रृंखला ऐतिहासिक होगी. जिसमें ना सिर्फ कृषि कानून को लेकर किसान बल्कि तमाम युवा, बेरोजगार और अन्य लोग भी हाथ से हाथ मिला कर केंद्र और बिहार सरकार की नीतियों का विरोध करेंगे.
तेजस्वी यादव ने इस बात पर आश्चर्य जताया है कि कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में इतना बड़ा आंदोलन चल रहा है. और अब तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है. इधर कांग्रेस नेता अजीत शर्मा और वाम दलों के नेताओं ने भी एक सुर में केंद्र सरकार की नीतियों और बिहार सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए. महागठबंधन के नेताओं का दावा है कि 30 जनवरी को बनने वाला ह्यूमन चेन ऐतिहासिक होगा. इसमें बड़ी संख्या में जन भागीदारी होगी.