पटनाःदेर रात करीब 8 घंटे के हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद आखिरकार तेजस्वी यादव धरना खत्म कर घर लौटे. तेजस्वी यादव का धरना तब खत्म हुआ, जब पटना नगर निगम ने लिखित आश्वासन दिया. निगम ने कहा है कि दूध व्यवसायियों को आस-पास के इलाके में नया ठिकाना दिया जाएगा. जहां से वे अपना व्यवसाय कर सकेंगे. तब जाकर सुबह तीन बजे तेजस्वी ने धरना खत्म किया.
लिखित आश्वासन की मांग करते तेजस्वी तोड़ी जा रही थी दूध मंडी
दरअसल, बुधवार को पटना जंक्शन स्थित उस जगह को प्रशासन ध्वस्त कर रहा था जहां दूध मंडी थी. तेजस्वी यादव ने वहां पहुंचकर मौजूद मजिस्ट्रेट से वह लेटर मांगा जिसमें इसे तोड़ने का आदेश दिया गया था. लेकिन प्रशासन उन्हें यह लेटर उपलब्ध नहीं करा पाया.
देर रात तक धरने पर बैठे रहे रेजस्वी
इसके बाद तेजस्वी यादव बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. और दूध मंडी को तोड़ने का विरोध किया. उनकी मांग थी कि प्रशासन आश्वासन दे कि इसे नहीं तोड़ा जाएगा. तभी धरना खत्म होगी. प्रशासन ने उनकी यह मांग तो नहीं मानी लेकिन देर रात 1:00 बजे के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें फोन किया. पटना की एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह ने लेटर सौंपा. साथ हीअतेजस्वी को आश्वासन दिया कि दूध व्यापारी जो दूध मंडी में व्यवसाय कर रहे थे उन्हें आस-पास 2 किलोमीटर के क्षेत्र में वेंडिंग जोन बनाकर जगह दी जाएगी.
नगर निगम का लिखित आश्वासन नगर निगम ने जारी किया लिखित पत्र
इसके बाद भी तेजस्वी यादव नहीं माने. उनका कहना था कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वे यहां से नहीं हटेंगे, इसके बाद पटना नगर निगम ने एक पत्र जारी करके उन्हें आश्वासन दिया कि वेंडिंग जोन बनाकर दूध व्यवसाय को जगह दी जाएगी. तब तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव धरना खत्म कर वापस लौटे.
धरने के दौरान तेजस्वी यादव व अन्य