पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2 नवंबर को शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपने वाले हैं. 25000 शिक्षकों को पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. इसके लिए पटना जिला प्रशासन की ओर से मुकम्मल तैयारी कर ली गई है. तीन बड़े-बड़े पंडाल बनाए गए हैं. मुख्य अतिथियों के लिए एक बड़ा मंच बनाया गया है जिस पर बिहार की मुख्यमंत्री विशिष्ट अतिथि तेजस्वी यादव, अशोक चौधरी, विजय चौधरी समेत विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे.
पोस्टर में तेजस्वी को जगह नहींः पहली बार बिहार में इस तरह का बड़ा आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन के लिए बड़े-बड़े पोस्टर बनाये गये हैं. मैदान में जितने भी पोस्टर लगाए गए हैं उन पोस्टरों में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को जगह नहीं मिली है. गांधी मैदान में बनाये गये पंडाल में जितने भी पोस्टर लगाये गये हैं उनमें सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही दिखाई दे रहे हैं. तेजस्वी यादव को पोस्टर में जगह नहीं दी गयी है.
अधिकारियों ने तैयारी का लिया जायजाः गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र वितरण समारोह की चल रही तैयारी का जायजा लेने पटना के प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी, आईजी, एसएसपी व अन्य अधिकारी गांधी मैदान पहुंचे. गांधी मैदान में चल रही तैयारी का निरीक्षण कर कई दिशा निर्देश दिए. नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान पटना के गांधी मैदान आने वाले वाहनों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई ना हो इसको लेकर गांधी मैदान में कुल 358 पार्किंग बनाये गये हैं. मरीन ड्राइव पर भी पार्किंग की व्यववस्था की गयी है.
"नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में आने वाले अलग-अलग जिलों से शिक्षकों के बैठने के लिए अलग-अलग गैलरिया बनाई गई है तो वही जितने शिक्षक बस से आएंगे उनके बस के पार्किंग की भी मुकम्मल व्यवस्था करने के साथ-साथ गांधी मैदान में होने वाले नियुक्ति पत्र वितरण समारोह की तैयारी पूरी कर ली गई है."-कुमार रवि, पटना प्रमंडलीय आयुक्त
भारी वाहनों के परिचालन पर पाबंदीः सुबह से ही गांधी मैदान आने वाले भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए पटना के नजदीकी जिलों के ट्रैफिक कंट्रोल से पत्रचार कर पटना आने वाले भारी वाहनों के परिचालन पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई गयी है. ट्रैफिक एसपी पूरन झा ने बताया कि सभी पार्किंग की कमान डीएसपी स्तर के अधिकारी के साथ साथ इंडपेक्टर रैंक के अधिकारियों के कंधे पर होगी. कार्यक्रम समाप्त होने तक किसी भी कामर्शियल वाहन को गांधी मैदान तक जाने की इजाजत नहीं होगी.