पटना: बीपीएससी ने जब से शिक्षक बहाली परीक्षा का परिणामजारी किया है, तब से अभ्यर्थियों में इसको लेकर रोष देखने को मिल रहा है. बुधवार को जैसे ही बिहार लोक सेवा आयोग का कार्यालय खुला, कंप्यूटर साइंस सोशल साइंस समिति विभिन्न विषयों के शिक्षक अभ्यर्थी सैकड़ों की तादाद में आयोग कार्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया.
BPSC कार्यालय के बाहर अभ्यर्थियों का हंगामा:अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाया और कहा कि जो अभ्यर्थी नोटिफिकेशन की अर्हता को पूरा नहीं करते हैं, वैसे अभ्यर्थियों को काउंसलिंग करा कर ट्रेनिंग सेंटर भेजा जा रहा है. हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों ने परिणाम में धांधली के सबूत भी मीडिया के सामने रखा. वहीं अभ्यर्थियों के समर्थन में आयोग कार्यालय पहुंचे छात्र नेता दिलीप ने कहा कि उनके पास कंप्यूटर साइंस के सैकड़ों अभ्यर्थियों का फोन आया कि रिजल्ट में धांधली हुई है.
"शिकायत मिलने के बाद मैं आयोग कार्यालय पहुंचा. यहां अभ्यर्थी विभिन्न विषयों में धांधली की बातें कह रहे हैं. एसटेट परीक्षा में बिहार के बाहर के अभ्यर्थी अप्लाई नहीं कर सकते थे तो फिर कंप्यूटर साइंस में बिहार से बाहर के अभ्यर्थियों का कैसे चयन हुआ है. जो अभ्यर्थी 2019 तक एसटेट पास नहीं हैं, जिनका 2019 तक कंप्यूटर साइंस में कोई डिग्री नहीं है, वैसे अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन क्लियर कर जॉइनिंग लेटर दिया जा रहा है."- दिलीप, छात्र नेता
रिजल्ट में धांधली का लगाया आरोप: अभ्यर्थियों ने विभाग की काउंसलिंग प्रक्रिया पर सवाल उठाया है और कहा कि यह कैसा वेरिफिकेशन कार्य हो रहा है, नोटिफिकेशन की अहर्ता को पूरा नहीं कर रहे हैं, उनको सेलेक्ट किया गया. छात्र नेता दिलीप ने कहा कि कंप्यूटर साइंस के अलावा माध्यमिक में सोशल साइंस में भी काफी गड़बड़ी देखने को मिल रही है. गणित विषय में भी गड़बड़ी हुई है और काफी संख्या में बीएड अभ्यर्थी भी प्राइमरी में क्वालीफाई कर गए हैं और उन्हें ट्रेनिंग सेंटर भेज दिया गया है.