नईदिल्ली/पटना:बिहार महागठबंधन में सीएम कैंडिडेट को लेकर घमासान मचा हुआ है. महागठबंधन के अन्य दल तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट मानने को तैयार नहीं हैं. वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, आरएलएसपी और विकासशील इंसान पार्टी की तरफ से आरजेडी को अल्टीमेटम दिया गया है कि जल्द को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाए ताकि सर्वसम्मति से सीएम कैंडिडेट तय हो सके. महागठबंधन के अन्य दल ने आरजेडी को यह भी चेतावनी दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अलग फ्रंट बनाएंगे.
को-ऑर्डिनेशन कमेटी की मांग
इन सबके बाद कांग्रेस भी अब महागठबंधन के अन्य दलों के समर्थन में आ गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने कहा है कि बिहार में एक को-ऑर्डिनेशन कमेटी बननी चाहिए और उस कमेटी को ही सभी अहम निर्णय लेने चाहिए, ऐसा करने पर किसी भी मुद्दे पर विवाद नहीं होगा.
NDA को हराना एक लक्ष्य
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने कहा कि महागठबंधन के दलों का एक लक्ष्य होना चाहिए कि वह इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को हराए. इसका एक ही रास्ता है कि पहले महागठबंधन के दल एकजुट होकर चुनाव लड़े और चुनाव के नतीजों के बाद महागठबंधन के जिस दल के सबसे ज्यादा विधायक रहें उस दल का मुख्यमंत्री बने.
नीतीश-मांझी मुलाकात पर बोले तारिक अनवर
वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार देर शाम पटना में बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद से एक नए समीकरण के भी संकेत मिलने लगे हैं. अब सवाल उठने लगा है कि क्या मांझी एनडीए में आ सकते हैं? मांझी की नीतीश से हुई मुलाकात पर तारिक अनवर ने कहा कि मांझी किस मकसद से मिलने गए थे यह तो मुझे नहीं पता. लेकिन हम तो चाहेंगे कि वह महागठबंधन में रहें और महागठबंधन के सभी दल एकजुट रहें.