पटना: बिहार में महिला खिलाड़ी का आगे बढ़ना आज भी आसान नहीं है. इन विषम परिस्थितियों में पटना की नंदिनी ने टेबल टेनिस की दुनिया में अपना नाम बनाया है. नंदिनी ने वर्ष 2015 से टेबल टेनिस खेलना शुरू किया. जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक खेलते हुए नेशनल टेबल टेनिस में मेडल प्राप्त किया. लेकिन बिहार राज्य खेल प्राधिकरण की तरफ से सम्मान नहीं मिलने से वह निराश है. ईटीवी भारत से बातचीत में उसका दर्द छलका.
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बिहार को गौरवन्वित कियाः नंदिनी ने कहा कि 2015 से लेकर 2018 तक लगातार नेशनल मेडल प्राप्त किया. उसने बताया कि शिलांग, जम्मू, चेन्नई और कई राज्य में आयोजन हुआ था जहां पर उसने मेडल प्राप्त किया. कोरोना संक्रमण काल के कारण लॉकडाउन होने के कारण नेशनल मैच नहीं हो पाया जिस कारण से मेडल नहीं प्राप्त हुआ. 2022 में नेशनल टेबल टेनिस में फिर मेडल प्राप्त करके बिहार को गौरवन्वित किया है.
सरकार से मदद की उम्मीदः नंदिनी ने कहा कि अगर सरकार सीनियर टेबल टेनिस खिलाड़ी को प्रोत्साहन राशि दे तो हमारे जैसे एक दो नहीं बल्कि बिहार से कई टेबल टेनिस के खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करके बिहार का मान सम्मान बढ़ा सकते हैं. बिहार सरकार सीनियर टेबल टेनिस खिलाड़ी पर ध्यान नहीं दे रही है जिसका नतीजा है कि हम लोग पैसे के अभाव में कई जगह चूक जाते हैं. नंदिनी ने कहा कि अगर सरकार अगले साल होने वाले अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस मैच के लिए मदद करे तो मेडल प्राप्त करके बिहार का नाम ऊंचा करने का काम करूंगी.