पटना नगर निगम के सफाई कर्मी हड़ताल पर. पटना:पटना नगर निगम के आउटसोर्सिंग व्यवस्था के तहत कार्यरत सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. लगातार पांचवें दिन उनकी हड़ताल जारी रही. सफाईकर्मियों की हड़ताल के कारण डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम प्रभावित हुआ है. हड़ताल के पांचवें दिन सफाई कर्मियों का सीएम हाउस का घेराव का कार्यक्रम है. ऐसी सूचना मिल रही है कि जो कर्मी काम कर रहे हैं, उन्हें हड़ताली कर्मियों द्वारा डरा कर हड़ताल में शामिल करने की कोशिश की जा रही है.
इसे भी पढ़ेंः Dengue In Patna : डेंगू के बढ़ते मामले और सफाईकर्मियों की हड़ताल के बीच बारिश में जलजमाव से बढ़ी टेंशन
"दैनिक सफाईकर्मी के लिए काफी अच्छे और बड़े निर्णय लिए गए हैं. 490 रुपए की दर से दैनिक कर्मी और सफाई पर्यवेक्षक को 540 रुपए की दर से मानदेय दिए जाएंगे. इसके लिए रजिस्ट्रेशन आज से शुरू हो गई है. 1 अक्टूबर से बढ़े हुए दर से कर्मियों को भुगतान किया जाएगा."- अनिमेष कुमार पाराशर, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम
सफाई कर्मियों को रोकने का प्रयासः नगर आयुक्त के अनुसार कल रविवार की रात में तीन चार आपराधिक घटनाएं हुई हैं. दीघा, जीपीओ, एनएमसीएच, डाकबंगला के पास सफाई कार्य कर रहे कर्मियों को रोकने का प्रयास किया गया. इस दौरान झड़प भी हुई. नगर आयुक्त ने बताया कि हिंसा में विश्वास रखने वाले कर्मियों को सेवा से निकाला जाएगा, साथ ही एफआईआर दर्ज की जाएगी. निगम ऑफिस स्थित मौर्य लोक परिसर में 144 लागू है फिर भी कर्मी हड़ताल पर बैठते हैं. कानून का सम्मान नहीं करते हैं.
डोर टू डोर कचरा उठाव का निरीक्षणः नगर आयुक्त ने बताया कि डोर टू डोर कचरा उठाव में काफी नवाचार किया है. 375 सेक्टर सुपरवाइजर को जवाबदेही दी गई है. आज से नगर निगम ने एक बड़ा निर्णय लिया है. 1 लीटर पेट्रोल हर सुपरवाइजर को दी जाएगी ताकि वह डोर टू डोर कचरा उठाव का कलेक्शन करवाएं और निरीक्षण करें. इसके लिए प्रतिदिन नगर निगम को 40 हजार व्यय होगा. आज भी काफी जगह पर कचरा उठाव के लिए गाड़ियां निकली हैं. कुछ जगह पर इसलिए नहीं निकल पाई है क्योंकि वहां क्रिमिनल एलिमेंट हैं. पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर यहां से भी कचरा का उठाव किया जाएगा.
हड़ताली कर्मी सीएम हाउस का करेंगे घेरावः सीएम हाउस के सामने कर्मियों के प्रदर्शन पर नगर आयुक्त ने कहा कि इसपर कॉमेंट करना उचित नहीं होगा. इस प्रतिबंधित क्षेत्र में लगभग 10 सरकारी कार्यालय है. 400 से ज्यादा व्यावसायिक प्रतिष्ठान है. यह प्रतिबंधित क्षेत्र अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा घोषित है. हालांकि निगम कर्मियों के सीएम हाउस के घेराव कार्यक्रम को देखते हुए कोतवाली थाना पुलिस पर्याप्त संख्या में फोर्स के साथ मौर्य लोक स्थित पटना निगम परिसर में मौजूद है. आउटसोर्सिंग के सफाई कर्मियों का कहना है कि बिना छुट्टी के उनसे महीने में 30 से 31 दिन काम लिया जाता है लेकिन वेतन सिर्फ 26 दोनों का दिया जाता है.