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नीतीश और तेजस्वी के चुनाव प्रचार पर सस्पेंस, BJP बोली- 'मोकामा में CM नहीं गए तो कुढ़नी में डिप्टी CM नहीं जाएंगे' - बीजेपी महागठबंधन पर तंज कस रही है

कुढ़नी उपचुनाव प्रचार (Kurhani By Election Campaign) में ललन सिंह, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सहित जनता दल यूनाइटेड के अधिकांश मंत्रियों को उतार दिया गया है. इन सभी नेताओं ने जदयू प्रत्याशी की जीत को लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन कुढ़नी उपचुनाव प्रचार में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) के चुनाव प्रचार को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है. पढ़ें पूरी खबर...

कुढ़नी उप चुनाव प्रचार में डिप्टी सीएम  तेजस्वी यादव के प्रचार पर सस्पेंस
कुढ़नी उप चुनाव प्रचार में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के प्रचार पर सस्पेंस

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Published : Nov 23, 2022, 6:28 PM IST

पटना:बिहार विधानसभा के कुढ़नी सीट (Kurhni Seat Of Bihar Legislative Assembly) पर हो रहे उपचुनाव में जदयू की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. महागठबंधन में जाने के बाद जदयू का यह पहला चुनाव है और सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की इस चुनाव से परीक्षा भी होगी. इसलिए जदयू ने चुनाव प्रचार में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के साथ पार्टी के अधिकांश मंत्रियों को चुनाव प्रचार में उतार दिया है. आरजेडी के भी कुछ मंत्री चुनाव प्रचार में गए हैं, लेकिन तेजस्वी यादव का अब तक एक भी कार्यक्रम नहीं बना है और मुख्यमंत्री के साथ तेजस्वी यादव के कार्यक्रम को लेकर भी सस्पेंस बना हुआ है.

ये भी पढ़ें-अल्पसंख्यक वोट बैंक पर सबकी नजर, कुढ़नी उपचुनाव में आरजेडी के समक्ष चुनौती

कुढ़नी उप चुनाव प्रचार में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के प्रचार को लेकर सस्पेंस

कुढ़नी उपचुानव प्रचार पर महागठबंधन में तकरार :कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में एआईएमआईएम ने अपने उम्मीदवार उतार कर पहले ही महागठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है. जदयू की तरफ से चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा दी गई है लेकिन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अब तक चुनाव प्रचार का कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है. तेजस्वी यादव का अधिक से अधिक जनसभा हो जदयू की तरफ से इसकी कोशिश हो रही थी लेकिन जो जानकारी मिल रही है, लालू प्रसाद यादव सिंगापुर इलाज कराने जाने वाले हैं. किडनी का ट्रांसप्लांट कराएंगे और तेजस्वी यादव 24 नवंबर को दिल्ली पहुंच जाएंगे. लालू प्रसाद यादव 28 नवंबर को सिंगापुर जाने वाले हैं. ऐसे में तेजस्वी यदि सिंगापुर नहीं गए तो 28 के बाद ही बिहार लौटेंगे. इसीलिए अभी तक तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार का जॉइंट प्रचार का कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है. इसको लेकर बीजेपी महागठबंधन पर तंज कस रही है.

'तेजस्वी यादव गोपालगंज और मोकामा विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नहीं जाने का बदला ले रहे हैं.'- अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जब चुनाव प्रचार कार्यक्रम बनेगा तो उसी दिन तेजस्वी यादव भी मुख्यमंत्री के साथ जाएंगे और 2 दिसंबर को संभावित तिथि हो सकती है.'- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता

'महागठबंधन पूरी एकजुटता के साथ वहां चुनाव प्रचार में लगा है और बड़े अंतर से महागठबंधन के उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के कार्यक्रम को लेकर कोई जानकारी नहीं है.'- श्रवण कुमार, मंत्री

कुढ़नी उपचुानव प्रचार में डिप्टी CM के प्रचार पर सस्पेंस :जदयू और आरजेडी के नेता कह रहे हैं कि महागठबंधन पूरी एकजुटता के साथ वहां चुनाव प्रचार में लगा है और बड़े अंतर से महागठबंधन के उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के कार्यक्रम को लेकर कोई जानकारी नहीं है. महागठबंधन के नेताओं की तरफ से जहां मनोज कुशवाहा के जीत के दावे किए जा रहे हैं. वहीं, बीजेपी की तरफ से केदार गुप्ता की जीत की बात कही जा रही है. लेकिन सब कुछ डिपेंड करेगा वीआईपी के उम्मीदवार और एआईएमआईएम के उम्मीदवार कितना वोट काटकर नुकसान पहुंचाते हैं.

कुढ़नी उपचुनाव प्रचार में सभी पार्टियों ने ताकत झोंकी :फिलहाल, आरजेडी की तरफ से यह जरूर कहा जा रहा है कि जदयू की ओर से जिन नेताओं की डिमांड हो रही है, उन्हें भेजा जा रहा है. लेकिन फिलहाल चुनाव प्रचार में न तो कांग्रेस के बड़े नेता दिख रहे हैं और ना ही आरजेडी और हम के वरिष्ठ नेता. ऐसा संभव हैं कि आने वाले दिनों में इन पार्टियों के नेता भी चुनाव प्रचार में शामिल हो जाएं. अल्पसंख्यक, दलित और अति पिछड़ा वोट पर विशेष नजर जदयू की है. इसलिए जदयू की तरफ से मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री अशोक चौधरी, मंत्री लेसी सिंह, मंत्री श्रवण कुमार मंत्री, जमा खान सहित अन्य मंत्रियों को विशेष टास्क दिया गया है. साथ ही जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को भी कुढ़नी में ही रहने के लिए नीतीश कुमार ने कहा है.

5 दिसंबर को कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव :5 दिसंबर को कुढ़नी विधानसभा में उपचुनाव होना है और 3 दिसंबर तक ही चुनाव प्रचार होगा. जदयू की तरफ से ऐसे तो पूरी ताकत लगा दी गई है क्योंकि नीतीश कुमार का दांव इस विधानसभा उपचुनाव में लगा हुआ है. दूसरी तरफ एआईएमआईएम ने उम्मीदवार देकर गोपालगंज की तरह चुनौती जदयू के लिए बढ़ा दी है. साथ ही आरजेडी के पूर्व विधायक अनिल सहनी जिनकी सदस्यता समाप्त हुई है. वो महागठबंधन के फैसले से नाराज हैं. वीआईपी ने भी कुढ़नी उपचुनाव में अपना उम्मीदवार उतारा है. जहां जदयू कह रहा है कि एआईएमआईएम, बीजेपी का बी टीम है तो वहीं बीजेपी के नेता भी वीआईपी को जदयू की बी टीम बता रहे हैं.

कुढ़नी उपचुनाव में CM की प्रतिष्ठा दांव पर लगी :गोपालगंज की तरह कुढ़नी में भी एआईएमआईएम ने अल्पसंख्यक वोट का बंटवारा कर लिया तो जदयू के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं. साथ ही अनिल सहनी की नाराजगी भी जदयू को काफी महंगा पड़ सकता है. ऐसे में यदि तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार में नहीं गए तो यादव वोट का ट्रांसफर होना भी मुश्किल हो जाएगा. दूसरी तरफ बीजेपी के लिए भी वीआईपी ने सवर्ण वर्ग से उम्मीदवार देकर मुश्किलें खड़ी कर दी है. वीआईपी के उम्मीदवार नीलाभ भूमिहार वर्ग से आते हैं ऐसे में देखना है कि सवर्ण वर्ग का कितना वोट वीआईपी काटता है. इसलिए सबकी नजर अब नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सभा पर लगी है. नीतीश कुमार की सभा 1 दिन होगी, यह तय माना जा रहा है. जिसमें तेजस्वी यादव भी शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा तेजस्वी यादव 30 नवंबर और 1 दिसंबर के कार्यक्रम को लेकर भी चर्चा है लेकिन अभी तक फाइनल नहीं हुआ है.

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