पटनाः बिहार की राजधानी पटना में सियासी उठापटक के दौर में विपक्ष ने एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने जदयू यानीतीश कुमारसे किसी भी हालत में समझौता नहीं करने का फैसला लिया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी (BJP leader Sushil Modi ) ने शीर्ष नेतृत्व के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने इस पर कहा कि इससे पार्टी में अपने बूते सरकार बनाने का आत्मविश्वास मजबूत होगा.
ये भी पढ़ेंःBihar Politics: 'किसी हाल में नीतीश से नहीं होगा समझौता, बिहार में BJP खुद सरकार बनाएगी'
'नीतीश कुमार राजनीतिक बोझ बन गए हैं':पिछले साल 9 अगस्त को नीतीश कुमार के राजद के साथ जाने के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और कार्यकर्ता बिहार में नीतीश-मुक्त राजनीति पर एकमत हो चुके हैं, जबकि जदयू के कुछ बड़े नेता नीतीश कुमार की वापसी को लेकर भ्रम फैला रहे थे. उन्होंने कहा कि दरभंगा में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति ने नीतीश कुमार को लेकर सारे भ्रम दूर कर दिये. भाजपा और जनादेश को बार-बार धोखा देने वाले नीतीश कुमार बिहार की राजनीति में बोझ बन गये हैं.
नीतीश कुमार में वोट ट्रांसफर कराने की नहीं रही क्षमताःसुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के पास न जनाधार है, न वोट ट्रांसफर कराने की क्षमता. उनकी हैसियत अब विधानसभा की 10-15 सीट जीतने की भी नहीं रह गयी है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से अब इस जिंदगी में कभी कोई समझौता नहीं होगा. 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी 43 सीट भी इसलिए जीत पायी. क्योंकि भाजपा ने सारी ताकत झोंक दी थी और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार आकर नीतीश कुमार की पार्टी के लिए प्रचार किया था.
बीजेपी नहीं होती तो जदयू दो सीट पर सिमट जातीःउन्होंने कहा कि यदि पीएम मोदी ने नीतीश कुमार के लिए वोट न मांगे होते, तो अपने बल पर उनकी पार्टी लोकसभा की 15 नहीं, सिर्फ दो सीट जीत पाती. श्री मोदी ने कहा कि भाजपा आज राजनीतिक बोझ से मुक्त होने का अनुभव कर रही है और खुश है कि वे छोड़ कर चले गये. अब पार्टी अपनी ताकत के बल पर 2025 में बिहार में सरकार बनायेगी. सुशील मोदी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा प्रचंड बहुमत से जीतेगी और नरेंद्र मोदी फिर प्रधानमंत्री के रूप में देश का नेतृत्व करेंगे. बिहार इस जन आकांक्षा को पूरा करने में शत प्रतिशत योगदान करेगा.
"नीतीश कुमार के राजद के साथ जाने के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और कार्यकर्ता बिहार में नीतीश-मुक्त राजनीति पर एकमत हो चुके हैं, जबकि जदयू के कुछ बड़े नेता नीतीश कुमार की वापसी को लेकर भ्रम फैला रहे थे. दरभंगा में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति ने नीतीश कुमार को लेकर सारे भ्रम दूर कर दिये. भाजपा और जनादेश को बार-बार धोखा देने वाले नीतीश कुमार बिहार की राजनीति में बोझ बन गये हैं" -सुशील मोदी, बीजेपी नेता