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शिक्षा विभाग की बड़ी पहल, नौवीं क्लास के बच्चों को दी जाएगी फर्स्ट एड की ट्रेनिंग - बोन एंड ज्वाइंट डे

सड़क हादसों (Road Accidents) को रोकने और दुर्घटना में घायल लोगों को फौरन मदद पहुंचाने के वास्ते शिक्षा विभाग ने बड़ी पहल की है. इसके तहत नौवीं और उसके ऊपर की कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को फर्स्ट एड केयर (First aid Care) और सीपीआर की ट्रेनिंग दी जाएगी.

injured in road accidents
शिक्षा विभाग की

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Published : Aug 4, 2021, 4:43 PM IST

पटना:बिहार में अब नौवीं कक्षा और उसके ऊपर के विद्यार्थियों को रोड एक्सीडेंट (Road Accidents) में घायल व्यक्ति की जान बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी. शिक्षा विभाग (Education Department) इसके लिए बहुत जल्द एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करने वाला है. प्रमुख सचिव संजय कुमार (Principal Secretary Sanjay Kumar) ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है.

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अपने ट्वीट में शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव संजय कुमार ने बताया कि विभाग बहुत जल्द एक एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर करने वाला है. जिसके तहत नौवीं और उसके ऊपर की कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को फर्स्ट एड केयर (First aid Care) और सीपीआर की ट्रेनिंग दी जाएगी. उन्हें बताया जाएगा कि किस तरह दुर्घटना के पहले घंटे में पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है. छात्रों को गोल्डन आवर का महत्व भी समझाया जाएगा.

दरअसल 4 अगस्त को नेशनल बोन एंड ज्वाइंट डे (Bone and Joint Day) मनाया जाता है. इस वर्ष इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन ने इसका थीम दिया है 'सेव सेल्फ सेव वन'. इसी मौके पर प्रमुख सचिव संजय कुमार ने कहा कि सड़क हादसों को रोकने और दुर्घटना में घायल होने वाले लोगों की जान बचाने के लिए ये पहल की जाएगी.

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आपको बताएं कि सड़क हादसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए परिवहन विभाग ने काफी पहले शिक्षा विभाग से इसे सरकारी स्कूल के सिलेबस में शामिल करने को कहा था. अब शिक्षा विभाग ने इसके लिए पहल की है और विद्यार्थियों को ट्रेनिंग दी जाएगी. उन्हें बताया जाएगा कि सड़क हादसे में अगर कोई घायल होता है तो उसे पहले घंटे में ही फर्स्ट एड की सुविधा मिलनी चाहिए ताकि उसकी जान बच सके.

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