पटना: राजधानी के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है. यहां मुजफ्फरपुर जिले का रहने वाला एक नाबालिग ने अपनी अय्याशी के लिए खुद की अपहरण की साजिश रच डाली. अपने बेटे की अपहरण की खबर सुनने के बाद परिजनों ने पटना एसएसपी के पास गुहार लगाई. जिसके बाद पुलिस ने एक टीम का गठन कर महज चंद घंटों में फर्जी अपहरण की साजिश का पर्दाफाश कर दिया.
महज चंद घंटों में पुलिस ने सुलझाया मामला
इस बाबत पटना एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि फर्जी अपहरण की साजिश रचने वाला राहुल वर्ग 9 का छात्र है. वह पिछले 4 महीनों से पटना में रहकर पढाई कर रहा था. जिसके बाद उसने अपनी मौज-मस्ती को पूरा करने के लिए अपने मौसेरे भाई अमित के साथ मिलकर यह पूरी साजिश रची. मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राहुल के तीन दोस्तों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. जिसके बाद फर्जी अपहरण का मामला सामने आया.
पूछताछ के दौरान सच आया सामने
पुलिस ने बताया कि पिछले शनिवार की रात 11 बजे राहुल ने अपनी मां को अपहर्ताओं द्वारा छोड़े जाने की जानकारी दी. जिसके बाद राहुल की मां ने यह जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने तथाकथित अपहृत युवक राहुल को अपने कब्जे में लिया और पुलिस ने अपहरण के बारे में पूछताछ शुरू की. जिसमें राहुल गोलमोल जबाब दे रहा था. शक होने पर पुलिस ने थोड़ी सख्ती से पूछताछ की. जिस दौरान राहुल ने धीरे-धीरे खुद की अपहरण की साजिश पुलिस के सामने बयां कर दिया.
पुलिस के गिरफ्त में आरोपी छात्र 15 लाख की राशि का किया था मांग
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि राहुल के पिता रसिया में वेल्डर का काम करते हैं. उसने पनी मां से खुद के अपहरण की फिरौती के रूप में 15 लाख की राशि का मांग किया था. जिसमें उसने अपने सहयोगी को हिस्से के रूप में फिरौती का 1 लाख देने का वादा किया था. बाकी पैसे से वह वह बाइक और जमीन खरीदने की प्लानिंग कर रहा था. इस पूरे मामले में पुलिस को गुमराह करने के आरोप पुलिस ने राहुल और उसके भाई अमित पर रंगदारी और अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है.