पटना: बिजली कर्मियों ने 1 दिन की हड़ताल को वापस ले लिया है. पटना उच्च न्यायालय के हस्ताक्षेप के बाद यूनियन ने फिलहाल इस हड़ताल को स्थगित रखने का फैसला लिया है. कोर्ट के रुख के बाद यूनियन के नेता आगे की कार्रवाई तय करेंगे.
HC के आदेश के बाद बिजली कर्मियों ने हड़ताल का ऐलान लिया वापस
बिजली यूनियन ने 24 घंटे के लिए हड़ताल करने का ऐलान किया था. लेकिन पटना उच्च न्यायालय के रुख के बाद फिलहाल हड़ताल को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है.
निजीकरण के खिलाफ बिजली विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर जाने की तैयारी में थे. उन्होंने कोर्ट के आदेश के बाद 11 फरवरी के दिन की जाने वाली हड़ताल को स्थगित कर दिया है. इस हड़ताल के बारे में कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष चक्रधर प्रसाद सिंह ने कहा था कि सरकार का अड़ियल रवैया है. सरकार कह रही है कि निजीकरण नहीं होगा. लेकिन कर्मचारी यूनियन से बातचीत नहीं की जा रही है. हमारी मांगों को अगर बिहार सरकार नहीं मांगेगी, तो हम राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए भी तैयार हैं.
'जनहित में लिया गया फैसला'
निजीकरण के खिलाफ बिजली यूनियन ने 24 घंटे के लिए हड़ताल करने का ऐलान किया था. लेकिन पटना उच्च न्यायालय के रुख के बाद फिलहाल हड़ताल को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है. यूनियन के नेता कपिल देव यादव ने बताया कि जनहित में हम लोगों ने हड़ताल को स्थगित रखने का फैसला लिया है. यूनियन के नेता कोर्ट के समक्ष उपस्थित होंगे और अपना पक्ष रखेंगे. कोर्ट के रुख को देखने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.