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'नमामि गंगे के नाम पर हुआ बड़ा भ्रष्टाचार, इसके चलते पटना में पानी भरा अपार' - patna rains

कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पटना में यह हालात क्यों है यह मैं बताता हूं. दरअसल नमामि गंगे प्रोजेक्ट के नाम पर बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है. पाइपलाइन लगे हुए हैं.

क्या बोले शक्ति सिंह गोहिल

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Published : Oct 1, 2019, 12:08 AM IST

नई दिल्ली: बिहार में हुई मूसलाधार बारिश के चलते राजधानी पटना समेत कई जिले जलमग्न हो गए हैं. बात करें पटना की तो पटना के कई इलाके अभी भी जल जमाव से ग्रसित हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सब के बीच बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि राजधानी पटना की ऐसी स्थिति नमामि गंगे प्रोजेक्ट में हुए भ्रष्टाचार की वजह से है.

उन्होंने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ ने बिहार में भारी तबाही मचाई है, लोग परेशान हैं, कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुश्किल के इस वक्त में कार्यकर्ताओं को लोगों के बीच जाकर मदद पहुंचाने की अपील की है. कांग्रेस के कार्यकर्ता दही- चूड़ा, रोटी पीड़ितों तक पहुंचा भी रहे हैं.

'नमामि गंगे प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार'
बिहार कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि ज्यादा पानी के कारण पटना पूरी तरह से डूब गया है, पटना में यह हालात क्यों है यह मैं बताता हूं. दरअसल नमामि गंगे प्रोजेक्ट के नाम पर बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है. पाइपलाइन लगे हुए हैं. शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि पानी पटना शहर से बाहर निकले पानी का एलाइनमेंट वैसा होना चाहिए था लेकिन ऐसा हुआ नहीं और बाहर का पानी पटना में घुस गया. जिन नालों से पानी बाहर जाता था वो भी बंद हो गए.

क्या बोले शक्ति सिंह गोहिल

डिप्टी सीएम के ये हाल तो आम जनता का क्या...
कांग्रेस नेता ने कहा कि उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी 4 दिन तक घरों से नहीं निकल पाए. 4 दिन के बाद रेस्क्यू टीम ने उन्हें बाहर निकाला. जब उपमुख्यमंत्री का यह हाल है, तो सोचने वाली बात है कि आम आदमी का कितना बुरा हाल होगा. आम आदमी कितना तकलीफ में होगा. पटना में पानी बाहर निकालने वाले जितने पंप हैं, उनमें से 80% पंप के मोटर बंद थे.

मैं राजनीति नहीं कर रहा- गोहिल
गोहिल ने कहा कि इस हालात में हम लोग राजनीति नहीं कर रहे हैं. जो जमीनी हकीकत वह हम लोग बता रहे हैं. बीजेपी और जेडीयू की सरकार बिहार में है लेकिन इन दोनों पार्टियों में न मेल है, न ताल है. ये दोनों पार्टियां अपनी राजनीतिक रोटी सेंकती रहती हैं.

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