पटनाःकोरोना संक्रमण की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) अभी हाल ही में धीमी हुई है, लेकिन तीसरी लहर का साइड इफेक्ट अब दिखना शुरू हो गया है. जो लोग तीसरी लहर में संक्रमण की चपेट में आए हैं, उनमें कई प्रकार के स्किन डिजीज (Skin Disease Cases Increased In Patna) देखने को मिल रहे हैं. चर्म रोग विशेषज्ञ के पास ऐसे पेशेंट की भीड़ बढ़ गई है.
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बताया जाता है कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में जो लोग संक्रमित हुए थे, उनमें हरपीस जॉस्टर और क्रॉनिक हेयर लॉस के मामले काफी अधिक मिल रहे हैं. वहीं संक्रमित हुए काफी लोगों की स्किन में इचिंग की भी समस्या बढ़ गई है. पटना की प्रख्यात चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रिचा ठाकुर ने बताया कि तीसरी लहर के बाद भी दूसरी लहर की तरह स्किन रिलेटेड प्रॉब्लम लेकर लोग आ रहे हैं.
दूसरी लहर में जिस प्रकार संक्रमण से ठीक होने के बाद लोगों में हरपीस जोस्टर के मामले पाए गए थे उसी प्रकार इस बार भी हरपीस जोस्टर के मामले बहुत मिले हैं. इसको ठीक होने में लगभग 1 महीने का समय लग जाता है. इसमें स्किन के एक हिस्से में स्किन पर अलग-अलग जगह पर घाव निकलते हैं एक जगह घाव ठीक होता है तो दूसरी जगह निकल जाता है. यह बहुत जलन करता है.
'क्रॉनिक हेयर लॉस के मामले भी बहुत बढ़ गए हैं. जो लोग संक्रमण से ठीक होकर उबरे हैं, उनमें तेजी से हेयर फॉल के मामले देखने को मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में स्किन से जुड़े आर्टिकेरियल रिएक्शन बहुत अधिक बढ़ गए थे. लेकिन तीसरी लहर में यह कम हैं, क्योंकि ओमीक्रोन हल्के लक्षण का संक्रमण था और इसका अधिक दुष्प्रभाव शरीर पर नहीं हुआ है'- डॉ रिचा ठाकुर, चर्म रोग विशेषज्ञ