पटनाः बीजेपी और जेडीयू में खटपट की खबरों के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने एक बड़ा दावा किया है. आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा है कि जदयू में भारी असंतोष है. जदयू के 17 विधायक उनके संपर्क में है और वे कभी भी जदयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हो सकते हैं.
महज 43 सीटों वाली पार्टी है जेडीयू
आरजेडीके वरीय नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि जेडीयू महज 43 सीटों वाली पार्टी है, जिसके नेता पर से उनके तमाम विधायकों का विश्वास खत्म हो चुका है.
'बीजेपी और जेडीयू के बीच भारी विवाद है और यही वजह है कि इस पार्टी में कोई रहना नहीं चाहता. जदयू के 17 विधायक हमारे संपर्क में है और उन्हें इंतजार करने को कहा गया है'- श्याम रजक, नेता आरजेडी
'जेडीयू पूरी तरह अटूट है'
श्याम रजक के इस बयान पर जेडीयू ने बड़ा पलटवार किया है. जेडीयू नेता राजीव रंजन ने कहा कि श्याम रजक अपनी पार्टी के विधायकों की चिंता करें. उन्होंने दावा किया कि जेडीयू पूरी तरह अटूट है और कहीं कोई असंतोष या परेशानी वाली कोई बात नहीं है.
'आरजेडी को अपनी चिंता करनी चाहिए और अपनी पार्टी के विधायकों के बारे में सोचना चाहिए. जो तेजस्वी यादव पर बिल्कुल भरोसा नहीं करते. एनडीए सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी'- राजीव रंजन, प्रवक्ता जेडीयू
राजीव रंजन, प्रवक्ता, जदयू बता दें कि बिहार की राजनीति इन दिनों अरुणाचल प्रदेश के मुद्दे पर गर्म हो गई है. राष्ट्रीय स्तर पर अपनी साख कमजोर होते देख जेडीयू भड़की हुई है. पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने सख्त लहजे में कहा कि बीजेपी ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया. इस बैठक के बाद जदयू ने आर-पार की लड़ाई के संकेत भी दे ही दिए हैं.
बढ़ सकती है एनडीए की परेशानी
एनडीए में उपजे इस विवाद से आरजेडी को फिर से कोई नई उम्मीद नजर आने लगी है. आरजेडी के कई वरिष्ठ नेता अब नीतीश कुमार को फिर से सोचने की सलाह देने लगे हैं साथ ही एनडीए में उनकी भुमिका को लेकर तंज भी कस रहे हैं. अब आरजेडी के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने जदयू के 17 विधायक के राजद से संपर्क होने की बात कर रहे हैं. अगर इस दावे में थोड़ी भी सच्चाई है तो बिहार में एनडीए की परेशानी बढ़ सकती है.