पटना: बिहार कांग्रेस में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सरगर्मी बढ़ने लगी है. रविवार को बिहार कांगेस के प्रभारी और राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विधानसभा चुनाव के भावी प्रत्याशियों और सदस्यता अभियान पर गहन मंथन किया. महीने भर के अंदर गोहिल का यह दूसरा बिहार दौरा रहा.
हालांकि, रविवार की रात उनका पटना में ही विश्राम का कार्यक्रम था. लेकिन दोपहर करीब तीन बजे ही गोहिल अचानक दिल्ली के लिए रवाना हो गए. पार्टी के सूत्र बताते हैं कि गोहिल ने मुख्य रूप से दो एजेंडों पर नेताओं से बात की है. पहला मुद्दा था कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के संभावित पार्टी प्रत्याशी और उनका संभावित क्षेत्र. इसके अलावा शक्ति सिंह गोहिल ने डिजिटल सदस्यता अभियान पर भी नेताओं से बात की.
इसपर भी हुई चर्चा
- बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने संभावित प्रत्याशियों का नाम सुझाने वाले नेताओं से उनके पसंदीदा नाम के साथ ही अन्य एक संभावित प्रत्याशी के नाम की मांग भी की.
- सूत्रों की मानें, तो इस बीच पार्टी के कुछ नेताओं ने उनके समक्ष राजद की मनमानी का मसला भी उठाया.
- नेताओं के तर्क थे कि राजद अपनी सीट पहले से फाइनल कर उस पर तैयारी शुरू कर देता है और सहयोगियों को अंधेरे में रखता है. इस वजह से अंत समय में पार्टी को काफी कठिनाइयों का सामना करना होता है और संशय की स्थिति भी बनी रहती है.
जानकारी मुताबिक, बैठक के दौरान गोहिल ने नेताओं से कहा कि सदस्यता अभियान में तेजी लाएं और अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़े. शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि खुद राहुल गांधी सदस्यता अभियान की धीमी गति को लेकर बेहद चिंतित और नाराज हैं. इस दौरान गोहिल के साथ प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के अलावा अन्य नेता भी मौजूद रहे.