शिक्षक अभ्यर्थियों की प्रतिक्रिया पटना : शुक्रवार को बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा का दूसरा दिन है. तीन दिनों तक चलने वाली परीक्षा का आज भाषा विषय का पेपर था. दोनों पालियों का पेपर आज संपन्न हो गया. 26 अगस्त को भी दो पालियों में परीक्षा होगी. इसमें हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के शिक्षकों का एग्जाम है. आज भाषा का पेपर देकर निकले शिक्षक अभ्यर्थी काफी खुश दिखे. उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्र में पूछे गए सवाल आसान थे इसलिए हल करने में कोई परेशानी नहीं हुई.
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प्रश्न पत्र काफी आसान: गोपालगंज के सुधांशु कुमार शिक्षक अभ्यर्थी ने कहां की इस परीक्षा से हम काफी खुश हैं. बिहार लोक सेवा आयोग के तरफ से शिक्षक भर्ती का परीक्षा लिया जा रहा है. इससे उम्मीद लगाया जा रहा है कि अब के जो शिक्षक होंगे वह पूरा गुणवत्ता वाले शिक्षक होंगे. आज का जो क्वेश्चन था वह काफी ईजी था. जो तैयारी किए थे उसी के अनुरूप सवाल पूछा गया है. इसलिए क्वेश्चन सॉल्व करने में काफी मजा आया है. उन्होंने कहा कि परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हुई है, जो पारदर्शी है इस पर भी कोई सवाल नहीं उठेगा.
'बीपीएससी से पेपर कराने का फैसला सही' : एक शिक्षक अभ्यर्थी ने बिहार सरकार को धन्यवाद देते हुए, कहा कि बिहार सरकार की अच्छी पहल है. बीपीएससी की तरफ से शिक्षक भर्ती का एग्जाम लिया जा रहा है. इस परीक्षा से जो शिक्षक चयनित होकर निकलेंगे वह बुद्धिमान होंगे, शिक्षा की गुणवत्ता भी अच्छी होगी. जो क्वेश्चन था वो काफी आसान था, इसलिए आज का क्वेश्चन सॉल्व करने में कोई परेशानी नहीं हुई है.
दूसरे दिन की परीक्षा देने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते शिक्षक अभ्यर्थी ''क्वेश्चन मिला-जुला करके आज का अच्छा रहा कल का क्वेश्चन हाई लेवल का था लेकिन प्राइमरी से लेकर उचस्तर तक का सवाल बनाया गया था जो सभी लोग जवाब दे सके. परेशान करने वाला सवाल नहीं था. इतनी उम्मीद है कि एग्जाम के बाद 90-95% रिजल्ट आएगा लेकिन क्वालीफाई जरूर कर जाएंगे.''-
शिक्षक अभ्यर्थी ''क्वेश्चन स्टैंडर्ड था. सॉल्व करने में सहूलियत हुई, लेकिन सरकार आज जो बीपीएससी से एग्जाम ले रही है, इस तरह के एग्जाम 2011 में भी लेना चाहिए था. 2011 में टीटीई एग्जाम हुआ इसके बाद नीतीश कुमार को आज याद आया है.''-
शिक्षक अभ्यर्थी
'12 साल बाद जागे नीतीश?' : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर पहले इस तरह से एग्जाम लिए होते तो बिहार की बदनामी शिक्षा की बदनामी नहीं होती. लेकिन देर आए दुरुस्त आए. अब बिहार की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार जरूर आएगा. बता दें कि तीन दिनों तक बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से बिहार में शिक्षा भर्ती परीक्षा ली जा रही है.
तीन लेयर में शिक्षक अभ्यर्थियों की जांच: बता दें कि 24 अगस्त से परीक्षा शुरू हुई है और आज परीक्षा का दूसरा दिन है. कल अंतिम दिन रहेगा. राज्य के जितने भी परीक्षा केंद्र हैं, परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे से मॉनिटरिंग बीपीएससी कार्यालय के कंट्रोल रूम से की जा रही है. शिक्षक अभ्यर्थियों की तीन लेयर में जांच की जा रही है. बायोमेट्रिक से पहचान कर सत्यापन भी किया जा रहा है.
दूसरे दिन की परीक्षा देकर निकलते शिक्षक अभ्यर्थी कमांड रूम से परीक्षा केंद्रों की निगरानी: पहली बार बीपीएससी कमांड कंट्रोल रूम बनाकर तीन दिनों तक चलने वाली परीक्षा का लाइव मॉनिटरिंग कर रहा है. 45 कर्मचारी एक साथ बैठकर 18 हजार 500 कैमरे से निगरानी कर रहे हैं. जरा भी गड़बड़ी दिखाई देने पर तुरंत एक्शन की व्यवस्था भी कमांड रूम से की गई है. ऐसा पहली बार है जब बीपीएससी में की परीक्षा में चुनाव आयोगी की तर्ज पर निगरानी की जा रही हो.
पूरे बिहार में 850 केंद्रों पर परीक्षा : बता दें कि बिहार में 1लाख 70 हजार पदों पर शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर प्रदेश भर में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 850 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें पटना में ही 38 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. पटना जिले में शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न करने के लिए 70 मजिस्ट्रेट और 500 पुलिस बल की तैनाती है. परीक्षा शुरु होने के 1 घंटे पहले परीक्षा केंद्र का गेट बंद हो जाएगा जो किसी भी कंडीशन में नहीं खुलेगा.
अव्यवस्था का दिखा आलाम: शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने आए बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लाखों के संख्या में अभ्यर्थी पूरे तीन दिनों तक मूव कर रहे हैं. ऐसे में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर अभ्यर्थियों की भीड़ देखी जा रही है. होटल और लॉज फुल हैं ऐसे में कई अभ्यर्थी खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं. कई जिलों में बारिश की वजह से भी अभ्यर्थियों की पहले दिन की परीक्षा छूट गई. भोजपुर के कुछ अभ्यर्थियों ने पहले दिन की पहली पाली में बायोमेट्रिक अटेंडेंस को लेकर डीएम से शिकायत दर्ज कराई थी.