पटना: बिहार में शराबबंदी है, इसके बाद भी जहरीली शराब से मौत हो रही है. छपरा में 72 लोगों की कथित रूप से जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी. अब पूर्वी चंपारण में जहरीली शराब पीने से कथित रूप से 24 लोगों की मौत हो चुकी है. भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश सरकार (BJP attacks Nitish) पर चौतरफा हमला बोला है. पार्टी की ओर से कहा गया है जहरीली शराब पीने वालों को तो सजा मिल रही है लेकिन प्रशासन में बैठे लोगों को सजा क्यों नहीं मिल रही है.
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सरकार आंकड़ों को छुपा रही: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि पूर्वी चंपारण में जहरीले शराब पीने से दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. दो की आंखें की रोशनी चली गई है. उन्होंने कहा कि वो पेशे से डॉक्टर हैं. मिथाइल अल्कोहल की वजह से आंख की रोशनी गई है. सरकार मौत के आंकड़ों को छुपा रही है. पूरे इलाके के लोग दहशत में हैं. एक तो उन्होंने अपने परिजनों को खोया है दूसरी तरफ पुलिस वाले डरा धमका रहे हैं. डर से परिजन यह भी कहने को तैयार नहीं है कि शराब पीने से मौत हुई है.
"जहरीली शराब से अनुसूचित जाति और अति पिछड़ा वर्ग के लोगों की मौत हुई है पूरे घटनाक्रम को लेकर हम मानवाधिकार आयोग में जाएंगे और साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग भी करेंगे"- संजय जायसवाल, भाजपा सांसद
सरकार गंभीर नहीं: संजय जायसवाल ने कहा कि हमारे क्षेत्र में 7 लोगों की अन्य किसी वजह से मौत हो गई है. सरकार इस पर भी गंभीर नहीं है. मैं सरकार से पूछना चाहूंगा कि ऐसे लोगों के लिए क्या सरकार मुआवजा तय करेगी. सरकार इसलिए इस मसले पर गंभीर नहीं है कि अनुसूचित जाति और अति पिछड़ों का नाम सूची में ज्यादा है. भाजपा सांसद ने कहा कि जहरीली शराब से अनुसूचित जाति और अति पिछड़ा वर्ग के लोगों की मौत हुई है पूरे घटनाक्रम को लेकर हम मानवाधिकार आयोग में जाएंगे और साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग भी करेंगे.