पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) 5 जुलाई को अपना 25वां स्थापना दिवस मनाएगा. स्थापना दिवस की तैयारी को लेकर गुरुवार को बैठक हुई. राजद ऑफिस में हुई बैठक में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) शामिल हुए. राजद प्रमुख लालू यादव स्थापना दिवस समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा जुड़ेंगे और अपने समर्थकों को संदेश देंगे.
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तेजस्वी ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की. राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा कि हमलोग स्थापना दिवस पूरे उत्साह से मनाएंगे. कोरोना काल में कैसे जनता के बीच जाकर स्थापना दिवस मनाना है, इस पर चर्चा हुई है.
कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मनाएंगे खुशी
"लालू यादव का इलाज चल रहा है. वह कब पटना आएंगे यह डॉक्टर की सलाह के बाद ही तय होगा. कोरोना महामारी के चलते 6 जुलाई तक बिहार में राजनीतिक पार्टियों के कार्यक्रम पर रोक है. इसे देखते हुए हमलोग तैयारी कर रहे हैं. हमलोग कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्थापना दिवस की खुशी का इजहार करेंगे."- श्याम रजक, राष्ट्रीय महासचिव, राजद
24 साल पहले लालू ने की थी राजद की स्थापना
लालू यादव ने 5 जुलाई 1997 को राजद की स्थापना की थी. राजद की स्थापना से पहले लालू जनता दल के अध्यक्ष थे. 1990 में बीजेपी के सपोर्ट से बिहार में जनता दल की सरकार बनी थी. 10 मार्च 1990 को लालू यादव पहली बार मुख्यमंत्री बने थे. लालू ने 23 सितंबर 1990 को भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा रोक दी थी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इसके चलते भाजपा ने समर्थन वापस ले लिया था और जनता दल की सरकार गिर गई थी.
चारा घोटाला के चलते लालू के खिलाफ उठने लगी थी आवाज
1995 में विधानसभा चुनाव में जनता दल को बहुमत मिली और लालू यादव मुख्यमंत्री बने. इसके दो साल बाद 1997 में लालू का नाम चारा घोटाला में आया. मामले की जांच सीबीआई कर रही थी. लालू के खिलाफ जनता दल में आवाज उठने लगी. लालू पर सीएम की कुर्सी छोड़ने का दबाव था. 5 जुलाई को लालू यादव जनता दल के अपने करीबियों को साथ लेकर अलग हो गए. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के नाम से अपनी पार्टी बनाई.
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