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मांझी के बयान पर एनडीए में घमासान, राजद का दावा- नए वर्ष में होगा खेला

जीतन राम मांझी के ब्राह्मणों पर विवादित बयान (Manjhi Statement on Brahmins) पर एनडीए में घमासान मचा है. अब इस मुद्दे पर राजद ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, जिस तरह से बार-बार मांझी का अपमान हो रहा है, मांझी चुप नहीं बैठेंगे. नए साल में खेला हो सकता है. पढ़ें पूरी खबर..

Mrityunjay Tiwari On Jitan Ram Manjhi
Mrityunjay Tiwari On Jitan Ram Manjhi

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Published : Dec 28, 2021, 4:00 PM IST

पटना:जीतन राम मांझीके बयानों से लगातार बिहार की सियासत गर्म है. मांझी की पार्टी की तरफ से बीजेपी नेताओं पर निशाना साधा जा रहा है. लगातार यह भी दावे हो रहे हैं कि, उनके दम से सरकार चल रही है. इधर भाजपा ने मांझी के दावों पर सवाल खड़े किए हैं. भाजपा नेता औरमंत्री नीरज सिंह (Niraj Bablu On Jitan Ram Manjhi) ने तो मांझी को राम नाम जपने की सलाह तक दे दी है. एनडीए में मचे घमासान को लेकर अब राजद ने दावा कर दिया है कि, मांझी बहुत जल्द एनडीए को अलविदा कहने वाले हैं.

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मांझी और उनकी पार्टी के प्रवक्ता लगातार अपनी ही सरकार के नेताओं पर निशाना साध रहे हैं. हाल के दिनों में ब्राह्मणों पर मांझी के बयान को लेकर बीजेपी एक तरफ मांझी पर हमलावर है. दूसरी तरफ मांझी बार-बार एनडीए में अपनी अहमियत का अहसास दिला रहे हैं. मांझी की पार्टी की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि, उनके चार विधायकों के दम पर ही सरकार चल रही है.

एनडीए में घमासान

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एनडीए में मचे इस घमासान को लेकर बिहार के मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने हमला बोला है. राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि, यह सच्चाई है कि मांझी के दम पर ही जदयू और बीजेपी के नेता सरकार चला रहे हैं.

एनडीए में मांझी जी का लगातार अपमान हो रहा है. पिछले कुछ समय से मांझी जी का जो रवैया है, जो बयान आ रहे हैं, वो नए वर्ष में कुछ गुल खिलाएंगे. एनडीए सरकार को यह भारी पड़ेगा. मांझी के बल पर सरकार है और उन्हीं को आंखें दिखाई जा रही है. बीजेपी मांझी को आंख दिखाए ये मांझी जी बर्दाश्त नहीं करेंगे. उनके स्वभाव में यह नहीं रहा है. बयान बता रहे हैं कि, नए वर्ष में खेला होगा.-मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, राजद

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इधर जदयू ने राजद के इस बयान पर पलटवार किया है. जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक कुमार झा ने कहा कि, राजद दिन में सपना देखना छोड़ दे. वह पिछले एक साल से सत्ता के ख्वाब देख रहे हैं.

कभी दिवाली तो कभी होली में अपनी सरकार बनने का दावा करते रहे हैं. एनडीए सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बढ़िया काम कर रही है और सभी पार्टियों के बीच अच्छा समन्वय है. सरकार में कहीं कोई परेशानी नहीं है. सभी पार्टियां अपनी अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन, राजद को इसमें कोई मौका नजर आता है तो यह उनकी परेशानी है.- अभिषेक कुमार झा प्रदेश प्रवक्ता, जदयू

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दरअसल एनडीए सरकार की प्रमुख सहयोगी हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पिछले दिनों कई ऐसे बयान दिए हैं जिसके कारण एनडीए के घटक दलों के लिए असहज स्थिति बन गई है. हालांकि मांझी ने स्पष्ट किया कि, वे एनडीए नहीं छोड़ेंगे लेकिन बार-बार की बयानबाजी को लेकर बीजेपी के मंत्री नीरज कुमार सिंह ने मांझी को आराम करने और राम का नाम लेने की सलाह दे दी है.

दरअसल, मांझी ने कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के लोगों पर अमर्यादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद से ही उनके बयान का विरोध हो रहा है. हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि हमने अपने समाज के लिए '@#&^%$' शब्द का इस्तेमाल किया था. पंडित जी के लिए नहीं किया था. मांझी ने अपने बयानों छिड़े बवाल को कम करने और ब्राह्मणों को खुश करने के लिए बीते दिनों अपने आवास पर ब्राह्मणों को भोज पर भी बुलाया, लेकिन वहां भी काफी कम संख्या में ब्राह्मण पहुंचे और उस दिन भी उनके घर के बाहर ब्राह्मण समाज को लोगों का हंगामा हुआ. उसी बयान को लेकर बीजेपी के नेता नीरज कुमार बबलू ने भी मांझी को आराम करने की सलाह दी.

नीरज बबलू को जवाब देने के लिए हम ने मोर्चा संभाल लिया है. प्रवक्ता दानिश ने कहा है कि, मांझी जी के बारे में उल-जुलूल बकना ठीक नहीं है. उन्हें याद रखना चाहिए कि एनडीए के सरकार में वे मंत्री हैं. और मांझी के दम पर ही सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि हम के चार विधायक अगर अलग हो जाएंगे, तो उनकी हैसियत क्या रह जायेगी ये बात वो समझते नहीं है. दानिश ने कहा कि उन्हें बयानबाजी से बचना चाहिए. मांझी सभी समाज के नेता हैं और कुछ भी बोलते हैं तो उसमें दम होता है.


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