पटना:बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में तीसरे दिन की कार्यवाही को लेकर राजद (RJD) ने ऐलान किया था कि वह सदन का बहिष्कार करेंगे, लेकिन पार्टी के सभी नेता सदन में डटे रहे. इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) की रणनीति बदली हुई दिखी. सदन में विपक्ष ने सरकार से सड़क को लेकर सवाल किया. कई सड़कें ऐसी भी हैं जिनको लेकर काम नहीं होने का आरोप भी लगाया.
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विपक्ष की बात तो दूर सदन में सत्ता पक्ष के लोगों ने भी सरकार पर सड़क के खराब होने और उसके न बनाए जाने को लेकर सवाल किया. बीजेपी के नेता नीतीश मिश्रा (Nitish Mishra) ने झंझारपुर से नेशनल हाईवे को जोड़ने वाली सड़क को लेकर सवाल किया. वहीं, शालिनी मिश्रा (Shalini Mishra) में नेशनल हाईवे बनने के कारण विस्थापित हो रहे लोगों को सड़क के किनारे बसाने और जहां बसाया गया है वहां पर सड़क नहीं होने को लेकर सवाल किया.
राजद की तरफ से जितने भी सवाल उठाए गए, सभी सवालों में सड़क का ही मामला था. विधानसभा की पूरी कार्रवाई में सारे मुद्दों ने सरकार को सदन में सड़क पर ही लाकर खड़ा कर दिया था. बिहार विधानसभा के तीसरे दिन के कामकाज में सड़क का मुद्दा सबसे ऊपर रहा.
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विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janata Darbar) में सबसे ज्यादा मामले गांव और सड़क से जुड़े हुए ही आए थे. सदन में पथ निर्माण विभाग से जुड़े जितने मामले थे, उनका जवाब पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने दिया. लेकिन, उसके बाद ज्यादातर मामले गांव की सड़कों से जुड़े थे, जिसका जवाब श्रवण कुमार ने दिया.